अनूपपुर, 25 नवंबर (हि.स.)। कोरोना महामारी पर नियंत्रण के बाद सारे प्रतिबंध हटा दिये गए हैं। इसी बीच कार्तिक एकादशी के साथ शुभ मांगलिक कार्यों की हुई शुरुआत होने से अब घरों में शहनाइयां बजने लगी हैं। जिसमें विभिन्न मुहूर्त में वैवाहिक कार्यक्रम के साथ अन्य पारिवारिक मांगलिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इससे बाजार में भी रौनक लौट आई है। उम्मीद है कि जल्द ही कारोबार भी पटरी पर लौट जाएगा।
शादियों के सीजन में वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के चेहरे पर खुशियों की मुस्कान दौड़ रही है। इन खुशियों की बारीकियों में इससे जुड़े कारोबार में भी जबरदस्त उत्साह बना हुआ है। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी प्रमुख मुहूर्त में बैंड दल, बारातघर, टेंट हाउस, वैटरर्स, होटल और लाइट डेकोरेटर्स से जुड़े कारोबारियों के पास पर्याप्त बुकिंग हैं। आगामी दो माह नवम्बर और दिसम्बर माह के दौरान लगभग 17 वैवाहिक शुभ मुहूर्त है, लेकिन सभी कारोबार से जुड़े कारोबारी अपने व्यापार को पुन: पटरी में लाने में जोश के साथ जुड़े हैं। ऐसे में शादियों से जुड़े व्यापार के लिए यह सीजन बड़ा फायदेमंद साबित होगा।
शादियों से जुड़े कई कारोबार हैं जो कोरोनाकाल में सबसे अधिक प्रभावित हुए थे, लेकिन इस बार सबके पास काम है। टेंटहाउस कारोबार से जुड़े व्यवसायी पप्पूम अग्रवाल ने बताया कि लगभग दो साल के बाद जिले में पूर्व की भांति शादी-ब्याह के समारोह में भव्यता के साथ खुशियों की रौनक लौटती नजर आ रही है। यह रौनक जहां पारिवारिक खुशियों में शामिल हो रहा है, वहीं रौनक ऐसे कारोबार में वापसी कर रहा है जो कोरोना काल के दौरान सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
वर्तमान समय में जिले के सभी बारातघरों में अच्छी बुकिंग हैं, भले ही आगामी मार्च तक कम दिनों की मुहूर्त बन रही हो, लेकिन आयोजकों से लेकर इससे जुड़े कारोबारी भी इस पल को गंवाना नहीं चाह रहे हैं। वहीं टेंट और लाइट डेकोरेटर्स जीवन गुप्ता बताते हैं कि कोरोना की अब धुंध छंट चुकी है, शासन-प्रशासन द्वारा पूर्व में दशहरा के दौरान कुछ छूट दिए गए थे, जिस दौरान लाइट का काम भी अच्छा रहा। इसके अब शादियों का दौर आरम्भ हुआ है इसमें भी कारोबार बेहतर रहने की उम्मीद की जा रही है।
बैंड दल मास्टर दीपक मोंगरे बताते हैं कि पिछले दो साल से हमारा कारोबार सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। वर्ष 2020 में सर्द के मौसम के दौरान हुई शादी-ब्याह के उपरांत अप्रैल से अगस्त माह के बीच का सीजन आरम्भ होता उस समय कोरोना संक्रमण की शुरूआत हो गई। जिसमें लॉकडाउन और कोविड गाइडलाइन के निर्देशों में सभी कारोबार पर पाबंदी लग गई। इसके बाद वर्ष 2021 में जब कोरोना प्रथम धीमी रफ्तार में पहुंची और फिर से काम का सीजन के आरम्भ की संभावना जागी कोरोना महामारी की दूसरी लहर सामने आ गई और अचानक दो माह के लिए पूरे कारोबार पर सन्नाटा पसर गया। दो साल के बाद अब कार्तिक एकादशी से आरम्भ हुए मांगलिक कार्यो में फिर से बैंड के धुन सुनाई देने लगे हैं।
सालभर के काम के बाद पटरी पर आएगा कारोबार
टेंट संचालक मनीष शिवहरे बताते हैं कि पिछले दो साल के दौरान हमने अपने पूर्व के कमाए पूंजी से कारोबार, और परिवार का भरण पोषण किया। मार्च 2021 में व्यापार के लिए बाजार से पैसे लिए और कोरोना की मार में लॉकडाउन का सामना करना पड़ा उसमें कारोबार अधिक टूट गया। पैसे बाजार, व्यापारी, और कारोबार में फंसा है, इसलिए सालभर की इस प्रकार कारोबार चला तो व्यापार पुन: पूर्व की पटरी पर लौट आएगी और फिर फायदे का कारोबार व्यापारी महससू कर पाएंगे।
कोरोना में टली शादियां
कारोबार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि प्रथम लहर के दौरान उनके कई शादियों में बुकिंग थी, लेकिन अचानक लॉकडाउन लगने से उनकी बुकिंग वापस कर दी गई। कई परिवार की शादियां तो टाल दी गई और कुछ ने अक्टूबर-नवम्बर माह के दौरान मुहूर्त में मंदिर या कोर्ट के शरण में औपचारिकता रूप में शादी रस्म अदाएगी की। लेकिन उनके परिवार में वह खुशियां नहीं बन पाई जो अमूनन वर्तमान सामान्य शादियों के दौरान बनती है।
शुभ मुहूर्त
नवम्बर माह के दौरान 26, 27, 28, 29, 30 और दिसम्बर माह में 1, 2, 3, 5 ,7, 11 ,12, 13
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला