Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बीकानेर, 16 अक्टूबर (हि.स.)। बीकानेर संभाग मुख्यालय के इतिहास की सबसे बड़ी 90 लाख रुपये के आभूषण नकबजनी की वारदात का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश करते हुए मध्यप्रदेश के गुना जिले की पारदी गैंग के नाबालिग के साथ दो महिलाओं को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
एसपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि नयाशहर पुलिस थाना क्षेत्र के पूगल रोड़ स्थित दीपक ओझा पुत्र भंवरलाल ओझा के निवास पर 2-3 अक्टूबर की मध्यरात्रि नकबजनी की वारदात के बाद बीकानेर व आस-पास जिलों के आदतन अपराधियों की सूचना जुटाकर उनसे पूछताछ की गयी एवं जिस आधार पर मुल्जिमों को चिन्हित किया गया व एक टीम गुना भेजी गयी जिन्होंने एक किशोर व दो महिला आरोपित 19 वर्षीया आंचल पत्नी प्रदीप, 20 वर्षीया रोहिणी पत्नी करन निवासी बीलाखेड़ी पुलिस थाना धरनावाद जिला गुना (मध्यप्रदेश) को पूछताछ की गयी जिन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया।
एसपी प्रीति चंद्रा के अनुसार वारदात का खुलासा करने के लिए 9 विशेष टीमों का गठन किया गया। जिसको अलग-अलग कार्य करने व डाटा संकलित करने के लिए निर्देश दिए गए। टीम ने शहर में लगे लगभग 250 सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया। घटनास्थल के आस-पास अंतिम बिंदु तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
उन्होंने बताया कि आरोपित शहर में वारदात से कुछ दिन पूर्व मेलों में गुब्बारे व खिलौने बेचने के बहाने आ गए थे और गजनेर, नाल व बीकानेर रेलवे स्टेशन के अंदर अपना डेरा लगाया था। आरोपितों के साथ महिला व बच्चे भी साथ में बीकानेर आ गए। आरोपितों ने शहर में गुब्बारे व खिलौने बेचने के बहाने लालगढ़, रामपुरा, पूगल रोड़ व मुक्ताप्रसाद के कई इलाकों में रैकी की व वारदात को अंजाम देना सुनिश्चित कर लिया। 2 अक्टूबर को मुल्जिमान लगभग करीब 5 बजे के पास रेलवे स्टेशन के पास रुके और प्लेटफॉर्म नंबर 6 की ओर रुककर वारदात करने के लिए प्रचलित पारदी गैंग द्वारा 6 सदस्यों की टीम बनाकर वारदात करने के लिए चिन्हित किए गए और घर की ओर चले गए। गैंग के 6 सदस्य रात्रि 10:30 बजे आसपास चिन्हित किए घर के आसपास पहुंचे और वारदात का समय रात्रि 2 बजे रखकर इसे अंजाम दिया और अलग-अलग रास्तों व साधनों से मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में पहुुंच गए।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप