संग्रहालय में घरेलू अपशिष्ट को आकार देने का प्रशिक्षण
- दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ झांसी, 16 अक्टूबर (हि.स.)। आधुनिक समय की भयानक समस्याओं
शिविर में आए लोगों को प्रशिक्षित करते नीलम सारंगी


- दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ

झांसी, 16 अक्टूबर (हि.स.)। आधुनिक समय की भयानक समस्याओं में कचरा निपटान एक बड़ी वैश्विक समस्या हैं। खासकर शहरी जीवन में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कोई बड़े प्रबंध नहीं होते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप नगर निगम के पास कूड़े को कई किलोमीटर की भूमि पर शहर के बाहर ढेर लगाने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचता हैं।ये कचरा दुर्गंध के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

इस समस्या के समाधान के लिए शनिवार से एक अनूठी दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ राजकीय संग्रहालय एवं नीलम सारंगी "बेकार को आकार" कामधेनु संवर्धन एवं अनुसंधान केंद्र के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर आयुक्त शादाब आलम बेकार को आकार कार्य की प्रशंसा करते हुए इस कार्य का झांसी स्मार्ट सिटी में सहयोग लेने का अशवासन दिया। जगदीश लाल सीनियर स्क्रैप आर्टिस्ट ने भी लोगों को इससे जुड़ने का आग्रह किया।

बेकार को आकार की प्रोजेक्ट डायरेक्टर सारंगी ने बताया कि इस कार्यशाला में घर से निकलने वाले सामान जैसे प्लास्टिक, कांच की बोतल, पुरानी जीन्स, टायर, तेल की कुप्पी आदि चीजों से घर की सजावट के लिए वस्तुएं बनाना सिखाने के साथ-साथ उसमें उपयोग होने वाले तरह-तरह की मशीनों एवं विभिन्न प्रकार के टूल्स के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जा रही है।

इस कार्यशाला में महिलाओं के साथ-साथ स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी भी शामिल हुए। कार्यक्रम में डॉ नीति शास्त्री वरिष्ठ समाज सेविका, मंजू गुप्ता सचिव कामधेनु, अपर्णा दुबे, रेखा श्रीवास्तव, स्वप्निल मोदी, प्रवीण राजा, उषा सेन आदि उपस्थित रही। अन्त मे उमा पारशर ने आभार व्यक्त किया। 17 अक्टूबर को भी प्रशिक्षण जारी रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश