मुंबई, 14 अक्टूबर, (हि. स.)। मध्य रेल ने सभी जोनल रेलवे को पीछे छोड़ते हुए सबसे अधिक पार्सल आय अर्जित कर जून 2021 से लगातार अपना पहला स्थान बनाये रखा है। मध्य रेल ने सितंबर 2021 के महीने में 29.43 करोड़ रुपए की आय अर्जित की है, जो भारतीय रेल में सबसे आधिक है। इस वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में अप्रैल-21 से सितंबर-21 तक पार्सल राजस्व 143.94 करोड़ अर्जित की गई, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के राजस्व से 283 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष सितंबर तक 3.28 लाख टन भार का पार्सल परिवहन किया गया है।
मध्य रेल मुंबई के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पार्सल यातायात में यह वृद्धि मुख्य रूप से देश के दूर-दराज के बाजारों में पेरिशेबल यातायात को ले जाने वाली किसान रेल के सफल परिचालन से संभव हुआ है। किसान रेल की शुरुआत के बाद से, 2,18,392 टन का परिवहन करते हुए किसान रेल की 625 सेवाएं चलाई गई हैं। हाल ही में, गोधानी (नागपुर) से न्यू तिनसुकिया के बीच छह साल की अवधि के लिए हुआ है, जिससे 52 करोड़ रुपये की राजस्व के साथ पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेन का एक नया पट्टा अनुबंध दिया गया है। मुंबई से शालीमार के बीच एक टाइम टेबल्ड पार्सल स्पेशल ट्रेन भी चल रही है, जो रोजाना 350 टन पार्सल ले जा रही है और चालू वर्ष के दौरान लगभग राजस्व 20.28 करोड़ रुपए उत्पन्न कर रही है।
इसी प्रकार नागपुर से दिल्ली के बीच ले जा रहे रेल दूध टैंकरों ने सितंबर 2021 तक 91 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया है। मुंबई मंडल 53.34 करोड़ रुपये उत्पन्न करके पार्सल राजस्व में अग्रणी है। इसके बाद भुसावल मंडल ने 44.23 करोड़ रुपए प्राप्त किए हैं। सोलापुर मंडल ने 2.36 करोड़ रुपए की तुलना में 25.38 करोड़ रुपये प्राप्त किया है। सोलापुर मंडल का सांगोला किसान रेल का हब बन गया है। पिछले डेढ़ साल के दौरान पार्सल यातायात के लिए 22 नए स्टेशन खोले गए, जिनमें पिछले साल कोविड अवधि के दौरान 19 स्टेशन शामिल हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप