दुर्गा अष्टमी पर मंदिरों में सजी माता की मनमोहक झांकी
जयपुर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्रा की अष्टमी पर माता के मंदिरों में भव्य श्रृंगार किया गया।
दुर्गा अष्टमी पर कन्याओं को कराया भोजन


जयपुर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्रा की अष्टमी पर माता के मंदिरों में भव्य श्रृंगार किया गया। कोरोना महामारी के चलते जारी गाइडलाइन के कारण भक्तों का प्रवेश बंद रहा और पुजारियों ने ही आरती की। ऐसे में नवरात्र में बडे मंदिर सूने रहे। वहीं लोगों ने घरों में पूजा-अर्चना की और कन्याओं को भोजन कराया। इस दौरान लोग मां शक्ति की आराधना में लीन रहे। लोगों ने व्रत रखकर माता की पूजा-अर्चना की। इसके अलावा शहर के प्राचीन दुर्गा माता मंदिर सहित कई मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम हुए।

मंदिरों में श्रद्धालुओं ने मातारानी के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। कोरोना के मद्देनजर इस बार मंदिरों में बड़े स्तर पर कोई कार्यक्रम नहीं हुए। बनीपार्क स्थित दुर्गाबाड़ी में कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार भी सभी कार्यक्रम बिना भक्तों के हुए हैं। सभी कार्यक्रम ऑनलाइन साझा किए जा रहे हैं।

आमेर मंदिर पुजारी बनवारी शर्मा ने बताया कि इस बार भी सरकार की तरह से जारी गाइडलाइन को देखते हुए मंदिर को नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहा।

राजापार्क पंचवटी स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में दुर्गाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर मंदिर में फूलों से सुंदर सजावट भी की गई है। बुधवार को सबसे पहले माता को नई पोशाक धारण करा श्रृंगार किया गया। इसके बाद सुबह साढ़े 8 बजे विशेष आरती की और हलवा, चने का भोग लगाया। कोरोना को देखते हुए इस बार भी कन्या भोज व भंडारा प्रसादी का आयोजन नहीं किया। वहीं कोरोना को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना करते हुए मंदिर में आने वाले भक्तों के हाथों सेनेटाइज किया जा रहा है। आमेर के मनसा माता मंदिर, दुर्गापुरा के दुर्गा माता मंदिर, पुरानी बस्ती स्थित रुद्रघंटेश्वरी सहित अन्य मंदिरों में भी माता को नई पोशाक धारण करा श्रृंगार किया गया। गौरतलब है कि शारदीय नवरात्र की शुरुआत 7 अक्टूबर को घरों-मंदिरों में विधि-विधान से घट स्थापना के साथ की गई थी।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप