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जोधपुर, 07 अगस्त (हि.स.)। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के संघटक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, जोधपुर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गौरव नागर एवं शिविर प्रभारी डॉ. राजेश कुमार कुमावत के निर्देशानुसार कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा जागरूकता शिविर आयोजन किया गया।
इसमें होम्योपैथी के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. निशा सिसोदिया, डॉ. अंकिता आचार्य, डॉ. राकेश कुमार मीना एवं चतुर्थ वर्ष के छात्रों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र मण्डोर एवं मण्डोर गार्डन के आस पास में विश्व स्तनपान जागरूकता सप्ताह के अवसर पर रैली के माध्यम से महिलाओं को स्तनपान के प्रति जागरूक किया गया। आंगनबाड़ी केंद्र मंडोर में महिलाओं को डॉ. निशा सिसोदिया, डॉ. अंकिता आचार्य, डॉ. राकेश कुमार मीना ने स्तनपान करने के लिए प्रोत्साहन एवं इसके फायदे बताते हुए कहा कि मां के दूध में शिशु को बढ़ाने के लिए आवश्यकता तत्व पाए जाते हैं। मां का दूध पूर्ण आहार है जो कि शिशु को रोगों से बचाता है एवं बुद्धि का विकास करता है। यह माता और शिशु के बीच भावनात्मक संबंध बनाता है।
नवजात शिशु के लिए पीला, गढ़ा चिपचिपा युक्त दूध जिसे कोलेस्ट्रम कहते हैं, जन्म के तुरन्त एक घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए। डॉ. अंकिता आचार्य एवं डॉ. राकेश कुमार मीना ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि छह महीने तक सिर्फ स्तनपान व दो वर्ष तक स्तनपान के साथ पौष्टिक पूरक आहार भी देना चाहिए। स्तनपान कराने की अवधि में मां को भी पौष्टिक आहार ही लेना चाहिए। आंगनबाड़ी केंद्र में स्तनपान कराने वाली 26 महिलाएं उपस्थित रहीं तथा स्तनपान से सम्बंधित उनकी समस्याओं का निवारण होम्योपैथिक विशेषज्ञों द्वारा किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ममता एवं सहायिका सुमित्रा का सहयोग रहा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश