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-केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल के जवाब पर सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने घोर आपत्ति दर्ज कराई
-सांसद दीपेंद्र बोले, बीजेपी सरकार ने 11 साल में गुरुग्राम का भट्टा बैठा दिया
-पांच वर्षों में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने 3,602 करोड़ रुपये खर्च किए, समस्याएं जस की तस
गुरुग्राम, 7 अगस्त (हि.स.)। गुरुग्राम में जलभराव और अन्य शहरी अवसंरचना संबंधी समस्याओं पर गुरुवार को लोकसभा में सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने सवाल पूछा तो केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संसद में जवाब दिया। उन्होंने जवाब में कहा कि गुरुग्राम शहर में किसी भी प्रमुख नागरिक बुनियादी ढांचे से संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।
केंंद्रीय मंत्री के इस जवाब पर सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने घोर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि सबको पता है कि गुरुग्राम में कितना बुरा हाल है। बीजेपी सरकार ने 11 साल में गुरुग्राम का भट्टा बैठा दिया है। कल ही संसद में एक अन्य उत्तर में सामने आया कि गुरुग्राम प्रदूषण के मामले में नंबर-1 पर है। गुडग़ांव में समस्याएं ही समस्याएं हैं और दुर्भाग्य से सरकार ने जवाब में कहा है कि गुडगांव में किसी भी प्रमुख नागरिक बुनियादी ढांचे से संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं अब तो पूरी दुनिया जान गयी है कि गुडग़ांव ही नहीं पूरे हरियाणा की क्या स्थिति बन गयी है।
सांसद दीपेंद्र ङ्क्षसह हुड्डा ने कहा कि गुडग़ांव को कांग्रेस सरकार के समय मिलेनियम सिटी के रूप में विकसित किया गया था। कांग्रेस सरकार ने गुडग़ांव में मेट्रो, रैपिड मेट्रो बनवाई, मानेसर में वल्र्ड क्लास आईएमटी स्थापित की गयी। गोल्फ कोर्स रोड विकसित की गयी, ईएसआई अस्पताल बनाया, गुडग़ांव-फरीदाबाद फोर लेन हाईवे, गुडग़ांव यूनिवर्सिटी बनायी गयी। गुडग़ांव एक्सप्रेस-वे और द्वारका एक्सप्रेस वे का 60 प्रतिशत काम पूरा कराया था। आज 11 साल की भाजपा सरकार ने उस गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी से सिंक सिटी बना दिया, जहां हम फार्चून 500 कंपनियों को लेकर आये थे। आज ये कंपनियां गुडग़ांव से शिफ्ट करने की सोच रही हैं।
गुरुग्राम को भाजपा ने कूड़ाग्राम बनाने का काम किया है। बड़े-बड़े सफाई घोटाले सामने आ रहे हैं। हर साल होने वाली बारिश में व्यापक जलभराव से बुरा हाल है। इसी साल 9 लोगों की जान चली गयी, किसी की सीवर में गिरकर तो किसी की करंट लगने से मौत हुई। ट्रैफिक जाम का हाल इतना बुरा है कि लोगों को 24 घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ा है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि संसद में सरकार ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने 4,999 करोड़ रुपए जारी किए, जिसमें से 3,602 करोड़ रुपए खर्च किए गए, वहीं नगर निगम गुरुग्राम द्वारा 230 करोड़ रुपए खर्च होने की बात कही गई।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर