Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
रुद्रप्रयाग, 7 अगस्त (हि.स.)। केदारनाथ और द्वितीय केदार मद्महेश्वर की यात्रा बंद होने से सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ तक नामात्र की चहलकदमी रही। पड़ावों पर भी सन्नाटा पसरा रहा।
मौसम विभाग के भारी से भारी बारिश के पूर्वानुमान के तहत 18 घंटे के रेड अलर्ट के चलते यात्रा को दो दिन के लिये रोका गया है। बृहस्पतिवार को सोनप्रयाग में सुबह से ही गिनती के लोग मौजूद रहे। पहले से ही भारी बारिश के अलर्ट और यात्रा बंद होने की जानकारी के चलते यात्री कम ही नजर आये। ऐसे में पार्किंग से लेकर बाजार तक कम चहलकदमी रही।
वहीं, सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए भी स्थानीय वाहन कम ही चले उधर, गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट और केदारनाथ में भी चहलकदमी नामात्र रही। रुद्रा प्वाइंट में कैंटीन का संचालन करने वाले राकेश नेगी ने बताया कि यात्रा पर तीन दिन की रोक के चलते धाम में तीर्थपुरोहित, हक-हकूकधारी, बीकेटीसी, प्रशासन और पुलिस के जवान मौजूद हैं। वहीं, गढ़वाल मंडल विकास निगम के विश्राम गृह में भी कम ही बुकिंग हैं।
इधर, गौरीकुंड में कारोबारी कुलदीप दानू व अरविंद गोस्वामी ने बताया कि यात्रा पर रोक से बाजार में यात्री नहीं हैं। दूसरी तरफ द्वितीय केदार की यात्रा पर रोक लगने से रांसी से गौंडार व मद्महेश्वर मार्ग पर सन्नाटा पसरा रहा। ग्राम पंचायत गौंडरा के नव निर्वाचित ग्राम प्रधान अनूप पंवार ने बताया कि बीते दो दिन तक हुई बारिश से मोरकुंडा नदी का जलस्तर अब भी ऊफान पर है। वहीं, ट्राली का एक छोर भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिससे खतरा बना है।
हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति