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कोलकाता, 07 अगस्त (हि. स.)। केंद्रीय शिक्षा और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने पश्चिम बंगाल सरकार पर जॉइंट एंट्रेंस परीक्षा के नतीजे अब तक जारी न करने को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर छात्रों के भविष्य के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि राज्य सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है।
बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मजूमदार ने गुरुवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “परीक्षा 27 अप्रैल को हुई थी, आज सात अगस्त है —यानी तीन महीने और 11 दिन बाद भी परिणाम घोषित नहीं हुए। पश्चिम बंगाल सरकार जॉइंट एंट्रेंस परीक्षा का परिणाम प्रकाशित करने में पूरी तरह असफल रही है।”
उन्होंने कहा कि राज्य भर के हज़ारों छात्र अनिश्चितता में फंसे हुए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस संकट पर ध्यान देने के बजाय बंगाली पहचान के नाम पर झूठे और विभाजनकारी नैरेटिव फैलाने में व्यस्त हैं, जिससे सिर्फ उनकी तुष्टिकरण आधारित राजनीति को लाभ होता है।
डॉ. मजूमदार ने अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि अधिकांश राज्यों में उच्च शिक्षा की कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, जबकि बंगाल के छात्र चिंता और निराशा में डूबे हुए हैं। उन्होंने इस पूरे संकट को ममता बनर्जी की विफलता, लापरवाही और तुष्टिकरण की राजनीति का परिणाम बताया।
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर बंगाल के युवाओं को इस उदासीनता की कीमत और कितने समय तक चुकानी पड़ेगी?
गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने हाल ही में ओबीसी आरक्षण से संबंधित मामले की सुनवाई के दौरान डब्ल्यूबीजेईई के परिणामों की घोषणा पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय