उग्रवादियों की हिटलिस्ट में सुदेश, हो उच्चस्तरीय जांच : आजसू
रांची, 7 अगस्त (हि.स.)। आजसू पार्टी ने पार्टी प्रमुख सुदेश महतो का नाम उग्रवादियों के हिटलिस्ट में रखने की उच्चस्तरीय जांच कराने और उनकी सुरक्षा की नए सिरे से समीक्षा करने की मांग की है। पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर और हसन अंसारी ने
आजसू की प्रेस वार्ता में मौजूद नेता


रांची, 7 अगस्त (हि.स.)। आजसू पार्टी ने पार्टी प्रमुख सुदेश महतो का नाम उग्रवादियों के हिटलिस्ट में रखने की उच्चस्तरीय जांच कराने और उनकी सुरक्षा की नए सिरे से समीक्षा करने की मांग की है।

पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर और हसन अंसारी ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि इसका खुलासा होना चाहिए कि सुदेश महतो उग्रवादियों के निशाने पर क्यों हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार सुदेश महतो की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है।

उन्होंंने कहा कि बार-बार उग्रवादियों की ओर से सुदेश महतो की हत्या की साजिश की जानकारी सामने आती रहती है, लेकिन इसके कारणों का अभी तक पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। प्रवीण प्रभाकर ने बताया कि इसे लेकर जल्द ही पार्टी नेता राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी से मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे।

वहीं प्रभाकर ने कहा कि दो दिन पूर्व गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा ने भी सुदेश महतो को अपनी हिटलिस्ट में रखा था और हमले की फिराक में था। उसने 2023 में अनगड़ा थाना क्षेत्र में बैठक कर सुदेश महतो की हत्या की योजना बनाई थी, जिसका खुलासा पुलिस ने किया था।

पांच करोड़ की सुपारी देने का मामला आ चुका सामने

मौके पर हसन अंसारी ने कहा कि इससे पूर्व किसी राजनेता की ओर से सुदेश महतो की हत्या के लिए उग्रवादियों को पांच करोड़ रुपयों की सुपारी देने की बात सामने आ चुकी है। इस बात का खुलासा होना चाहिए कि बार बार किस कारण से हत्या की साजिश रची जा रही है और इस साजिश के पीछे कौन है।

प्रभाकर ने कहा कि वर्ष 2005 में सिल्ली से पोगड़ा जाने के रास्ते में केन बम लगाने की साजिश सामने आई थी। 2013 में पीएलएफआई कमांडर जीदन गुड़िया की ओर से किसी राजनेता से पांच करोड़ की सुपारी ली गई थी, जिसके बाद 27 और 28 जनवरी 2014 को सिल्ली प्रतिभा महोत्सव में टाइम बम लगाकर हमले का प्रयास किया गया। इसमें विफल होने पर 26 फरवरी 2014 को जोन्हा में एक विवाह समारोह में हमले की योजना बनाई गई, जिसे पुलिस और ग्रामीणों की तत्परता से विफल किया गया। बाद में खुलासा हुआ कि एक उग्रवादी देव सिंह मुंडा को साजिश के तहत आजसू में शामिल भी करवाया गया था।

आजसू नेताओं ने बताया कि पीएलएफआई ने वर्ष 2014 में पार्टी के केंद्रीय महासचिव तिलेश्वर साहु की भी हत्या हजारीबाग जिले के बरही में कर दी थी।

आजसू नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री और पार्टी के प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस की भी सुरक्षा वापस ले ली गई है, जिसे तुरंत वापस किया जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak