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जयपुर, 7 अगस्त (हि.स.)। झालावाड़ का पिपलोदी गांव गुुुुुुरुवार को एक बार फिर मुस्कुराया। गत 25 जुलाई को सरकारी स्कूल की बिल्डिंग का हिस्सा गिरने से हुई सात बच्चों की मौत से गमगीन पिपलोदी गांव के बच्चे हादसे के तेरह दिन बाद एक बार फिर हंसते मुस्कुराते स्कूल पहुंचे। हादसे की जगह से महज पचास मीटर की दूरी पर दूसरे भवन में गुरुवार को स्कूल फिर से शुरू हो गया। स्कूल के संचालन के लिए गांव के एक भामाशाह ने अपना मकान दिया है। अपने साथियों के बिछोह के गम को भुुुुलाते हुए बच्चे उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे। स्कूल में भी अध्यापकों और ग्रामीणों ने बच्चों का टीका लगाकर और माला पहना स्वागत किया गया।
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि आज हमने उस स्कूल का संचालन दूसरे भवन में फिर शुरू किया। हादसे के बाद स्कूल के बच्चे और परिजन स्तब्ध थे। हमारा दायित्व है कि जिन बच्चों के मन-मस्तिष्क में वो घटना बैठ चुकी है, उसको वो भूलें। जो बच्चे घायल हैं, उनकी अस्पताल में काउंसलिंग की गई है। गांव के अन्य बच्चों की उनके घर जाकर टीचर ने काउंसलिंग की। आज उसका परिणाम है कि सभी बच्चे खुशी-खुशी स्कूल के नए भवन में आए। यह भवन गांव के किसी ग्रामीण का है। उस भवन को हमने नवीनीकृत करके स्कूल शुरू करवाया है।
उधर, हादसे में घायल हुए बच्चों में से पांच अभी जिला अस्पताल में भर्ती हैं। प्रशासन ने उनके लिए अस्पताल में ही पाठशाला शुरू करवाई है। वे अस्पताल में ही पढ़ाई कर रहे हैं। अस्पताल में ही बच्चों को स्कूल बैग, कॉपियां, किताबें, ड्रॉइंग शीट, स्केच पेन, पेंसिल उपलब्ध कराए हैं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने परिजनों और बच्चों से की मुलाकात
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार को पिपलोदी स्कूल हादसे में घायल बच्चों और दिवंंगत बच्चों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें पार्टी की ओर से जारी सहायता राशि भेंट की। डोटासरा ने अस्पताल में भर्ती पांच बच्चों से बात करते हुए उनके परिजनों से हाल-चाल जाने और मदद का भरोसा दिया। उन्होंने सरकार को भी इस मामले में अवगत कराने का आश्वासन दिया। इस मौके पर उन्होंने सरकार पर लापरवाही का आरोप जडते हुए निशाना साधा कि झालावाड़ स्कूल हादसे में जान गंवाने वाले या घायलों के परिजनों से मिलने में क्या मुख्यमंत्री को डर लगता है? मैं समझता हूं कि मुख्यमंत्री को भी यहां आकर स्कूल हादसे के पीड़ितों से मिलना चाहिए।
मुलाकात के सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि जनप्रतिनिधि होने से पहले, खुद एक पिता हूं और जब मैंने एक पिता को सीने से लगाया, तो खुद को रोक नहीं पाया.. मेरे पास कहने को शब्द नहीं थे। मैंने हर परिजन की पीड़ा को महसूस किया, उनकी नम आंखों और मुरझाए चेहरों पर एक ही सवाल था हमारे बच्चों का क्या दोष था?
डोटासरा ने लिखा, पूरी कांग्रेस पार्टी इस दुःख की घड़ी में हर परिवार के साथ हैं। जिन्होंने अपना जिगर का टुकड़ा खोया है, इस गहरे शोक में कोई भी सहायता इसकी भरपाई नहीं कर सकती। फिर भी कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने के लिए मृतक बच्चों के परिवारजनों को एक लाख रुपये और घायलों को 10 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की है। ताकि उनके जीवन के इस मुश्किल समय में थोड़ी सी राहत मिल सके। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हादसे के पीछे जिम्मेदार हर लापरवाही के खिलाफ हम तब तक आवाज़ उठाते रहेंगे, जब तक सरकार शिक्षा को पहली प्राथमिकता मानते हुए स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर देती।
उल्लेखनीय है कि गत 25 जुलाई को राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की बिल्डिंग का हिस्सा गिरने से सात बच्चों की मौत हो गई थी, वहीं नौ गंभीर घायल हो गए। मनोहरथाना ब्लॉक के पिपलोदी सरकारी स्कूल की क्लास में शुक्रवार सुबह बच्चे बैठे थे, तभी कमरे की छत ढह गई। हादसे में 35 बच्चे दब गए थे। ग्रामीणों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मलबा हटाकर बच्चों को निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया।
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हिन्दुस्थान समाचार / संदीप