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जींद, 7 अगस्त (हि.स.)। फर्जी कंपनी बना कर रुपये दोगुना करने और डॉलर में कमाई का झांसा देकर साढ़े पांच करोड़ रुपये की ठगी करने पर उचाना थाना पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। गुरूवार को मखंड गांव निवासी राकेश, दीपक, अनिल, धमतान साहिब निवासी वकील, बरवाला निवासी पवन सैनी, उझाना निवासी गोविंद, बुडायन निवासी नरेंद्र, बैरिया निवासी सुभाष, उचाना कलां निवासी दर्शन सिंह ने बताया कि उनके दोस्त कैथल के रोहेड़ा गांव निवासी करनैल सैनी ने उन्हें सुनील वर्मा, भरत और विपिन जोशी तथा मयूर जोश से मिलवाया था। आरोपियों ने बताया कि वह रुपए इन्वेस्ट करवाकर दोगुना कर के देते हैं। उन्होंने आईजीटी ग्लोबल ट्रेंड नाम से कंपनी बना रखी है। यह कंपनी आरमा टोकन क्रिप्टो करंसी प्रमोट करती है। आरमा टोकन को प्रमोट करने का 14 प्रतिशत मार्केटिंग फंड मिलेगा।
आरमा टोकन सभी साइटों पर लिस्टिंग है। आईजीटी इन्वेस्टमेंट करने पर 22 महीने में राशि डबल होकर मिलती है। इसका साप्ताहिक छह प्रतिशत आस्ट्रेलियाई डॉलर आपकी आईडी पर आएंगे और पूंजी की पूरी गारंटी उनकी है। यह कम्पनी दुबई से रजिस्टर्ड है। आरोपियों की बातों मे आकर शिकायतकर्ताओं ने करीब 50-60 लोगों को मिलाकर दो लाख डॉलर यानी एक करोड 80 लाख रुपये इन्वेस्ट कर दिए। इसका लाभ करीब छह माह तक मिला लेकिन बाद में बंद हो गयाए जिस कारण सभी इन्वेस्ट किए हुए लोगों ने उनसे हिसाब मांगना शुरू कर दिया। जब आरोपियों को कहा तो आरोपियों ने दिसंबर 2022 में कहा कि वह पे नेफ्ट ग्लोबल नाम से नई साइट लेकर आए हैं।
इसमें आप 50 प्रतिशत आस्ट्रेलियाई डालर प्रयोग कर सकते हैं और 50 प्रतिशत अमेरिकी डॉलर खरीद कर लगा लो आपकी सारी राशि 18 महीने में डबल हो जाएगी। इसके बदले में आपको अरमा टोकन आयेगा। जिसको आप ऑनलाइन राशि भी प्राप्त कर सकते हैं। आरोपियों ने एक आरमा स्टेकिंग के फीचर में डेढ़ लाख डालर यानी एक करोड 35 लाख रुपये लगा दिए ताकि यह डबल हो जाएं। उन्होंने सतीश सैनी, गुरदीप सिंह, मनदीप, दीपक गलगट, मनु, ओमप्रकाश टोहाना, संदीप ग्रोवर नरवाना के भी पैसे लगवाए। जिनका कुछ भी रिटर्न नहीं मिल पाया है। जिस पर 2023 में उन्हें कहा कि एक प्रोजेक्ट फाइनेंशियल फ्रीडम फार्मूला नाम से है जिसमें इन्वेस्ट करके पूरे नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। इसमें करीब 10 लाख डालर यानी करीब नौ करोड़ रुपये लगवा दिए। जिसमें चार करोड़ रुपये वापस भी आए लेकिन बाद में बंद हो गए। बाद में पता चला कि आरोपी अपना घर बेच कर भाग गए हैं। थाना पुलिस ने सभी चार आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा