एनएसएफ ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर अर्पित की श्रद्धांजलि
जम्मू, 7 अगस्त (हि.स.)। नेशनल सेक्युलर फोरम (एनएसएफ), जम्मू इकाई ने आज गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एनएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सि
एनएसएफ ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर अर्पित की श्रद्धांजलि


जम्मू, 7 अगस्त (हि.स.)। नेशनल सेक्युलर फोरम (एनएसएफ), जम्मू इकाई ने आज गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एनएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह ने की, जबकि डॉ. विकास शर्मा, समन्वयक जम्मू ज़िला व सचिव सेंट्रल ज़ोन नेकां, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विक्षय वशिष्ठ, सचिव एनएसएफ, विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की शुरुआत टैगोर जी के चित्र पर माल्यार्पण से हुई, जहां एनएसएफ कार्यकर्ताओं ने उन्हें याद कर उनके योगदान को नमन किया।

मुख्य अतिथि डॉ. विकास शर्मा ने टैगोर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह केवल एक कवि नहीं बल्कि दार्शनिक, संगीतकार, लेखक और भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता भी थे। उन्होंने कहा कि टैगोर को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम जम्मू-कश्मीर राज्य का पूर्ण दर्जा बहाल करने की दिशा में संघर्ष करें। साथ ही, उन्होंने युवाओं से समाज से बुराइयों को समाप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। सुखदेव सिंह ने अपने संबोधन में युवाओं से स्वार्थ छोड़कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि टैगोर का जीवन प्रेरणा का स्रोत है और उनकी शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं।

विक्षय वशिष्ठ ने कहा कि ऐसे महापुरुषों को भुलाया नहीं जा सकता। उनका योगदान देश और समाज के लिए अमूल्य है और हमें उनके आदर्शों को अपनाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और एनएसएफ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा