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हरदोई,07 अगस्त (हि. स.) गुरुवार को नवजात शिशु को माता का स्तनपान कराए जाने तथा मानसिक रोग व बौद्धिक अक्षमताओं से ग्रस्त व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों व नशीले पदार्थों के दुरुपयोग व उनसे बचाव के विषय पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सवायजपुर हरदोई में किया गया।
शिविर की अध्यक्षता करते हुए डाक्टर वंदना पांडे के द्वारा नवजात शिशुओं को माता का स्तनपान कराए जाने के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए बताया गया कि मां का दूध केवल पोषण ही नहीं जीवन की धारा है । इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है शिशु को पहले 6 महीने तक केवल स्तनपान पर ही निर्भर रखना चाहिए यह शिशु के जीवन के लिए जरूरी है क्योंकि मां का दूध सुपाच्य होता है और इससे पेट की गड़बड़ियों की आशंका नहीं रहती है। मां का दूध शिशु की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। इससे महिलाओं में गर्भाशय का कैंसर और स्तन कैंसर होने की संभावनाएं कम होती हैं। शिविर में पी0एल0वी0 प्रशान्त कुमार सिंह के द्वारा-महिलाओं को नवजात शिशुओं को स्तनपान कराए जाने के लिए जागरूक किया गया और मानसिक रोग व बौद्धिक अक्षमताओं से ग्रस्त व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्र मध्यस्थता अभियान के बारे में महिलाओं को जानकारी प्रदान की। तथा नशीले पदार्थों के दुरुपयोग व उनसे बचाव के विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई और निःशुल्क विधिक सहायता हेतु टोल फ्री नंबर 15100 के बारे में जानकारी प्रदान की। लीगल एड क्लीनिक पी एल वी प्रमोद कुमार व पीएलबी प्रशांत कुमार सिंह के द्वारा उपस्थित महिलाओं को पंपलेट वितरित कर राष्ट्र मध्यस्थता अभियान के बारे में जानकारी प्रदान की गई, शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ व महिलाएं व पुरुष उपस्थित रहे।।
हिन्दुस्थान समाचार / अंबरीश कुमार सक्सेना