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बरेली, 7 अगस्त (हि.स.) । लोक निर्माण विभाग में कार्यरत अवर अभियंताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई से नाराज जूनियर इंजीनियर गुरुवार को सड़क पर उतर आए। डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के बैनर तले मंडलभर के सैकड़ों जेई कार्यालय परिसर में जुटे और विभागीय अफसरों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभियंताओं ने कार्रवाई को पूरी तरह एकतरफा और पक्षपातपूर्ण करार देते हुए कहा कि अब चुप बैठने का वक्त नहीं है।
धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एच.एन. मिश्रा ने दो टूक कहा कि देवदत्त पचौरी और आशीष यादव के खिलाफ उठाए गए कदम तथ्यहीन और दुर्भावनापूर्ण हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला तो अवर अभियंता प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ने को मजबूर होंगे।
सुबह से ही बरेली के साथ-साथ पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर से इंजीनियर जुटने लगे। दोपहर तक माहौल गरमा गया। मौके पर पहुंचे अपर नगर मजिस्ट्रेट ने हालात को संभालने की कोशिश की और प्रतिनिधिमंडल की बैठक मुख्य अभियंता से करवाई।
इधर, बरेली डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के जिलाध्यक्ष पंकज पचौरी पर गाज गिरने की आशंका गहराती जा रही है। उनके साथ निर्माण खंड के अवर अभियंता आशीष यादव पर भी विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक रही है। मुख्य अभियंता व जिलाधिकारी ने दोनों के स्थानांतरण की संस्तुति शासन को भेज दी है। इतना ही नहीं, पचौरी के निलंबन का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है।
मामले ने उस वक्त और तूल पकड़ लिया जब सहायक अभियंता कविता सिंह ने पचौरी के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई। वहीं, एक अन्य सहायक अभियंता की शिकायत पर बनी जांच समिति ने भी पचौरी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश कर दी है।
महासंघ का आरोप है कि यह सारा विवाद वरिष्ठ और अवर अभियंताओं के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान का नतीजा है। उनका कहना है कि विभागीय कामकाज जरूर प्रभावित हो रहा है, लेकिन जिम्मेदारी सिर्फ एक पक्ष पर डालकर अन्याय किया जा रहा है।
धरना स्थल पर मौजूद अभियंताओं ने ऐलान किया कि अगर जल्द अधिकारियों ने अपना रुख नहीं बदला, तो यह आंदोलन और उग्र रूप लेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार