जेएनवी विश्वविद्यालय : लाइब्रेरी साइंस के पाठ्यक्रमों में रोजगार की पर्याप्त संभावनाएं: प्रो. शर्मा
जोधपुर, 7 अगस्त (हि.स.)। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी साइंस विभाग की ओर से पुस्तकालय विज्ञान में रोजगार की संभावनाएं एवं भविष्य विषय पर विशेष व्याख्यान का गुरुवार को आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि वर्धमान महावीर खुला
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जोधपुर, 7 अगस्त (हि.स.)। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी साइंस विभाग की ओर से पुस्तकालय विज्ञान में रोजगार की संभावनाएं एवं भविष्य विषय पर विशेष व्याख्यान का गुरुवार को आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के पूर्व कुलपति प्रो. अशोक शर्मा थे।

पूर्व कुलपति प्रो. शर्मा ने अपने व्याख्यान में बताया कि गत कुछ वर्षों से लाइब्रेरी साइंस विषय बेहद लोकप्रिय होता जा रहा है क्योंकि सरकारी और निजी विद्यालय, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में पुस्तकालयाध्यक्षों की निरंतर भर्ती हो रही है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थी यदि बी. लिब. एम. लिब. जैसे रोजगारोन्मुख कोर्स डिग्रियां हासिल करता है तो वह अपने कैरियर के नए अवसर पैदा करता है। उनका मत है कि विभिन्न स्तर की शिक्षण संस्थाएं भी पुस्तकालयाध्यक्ष पद की आवश्यकता और महत्ता को समझने लगी हैं और इसी का परिणाम है कि इस पद पर भर्तियों में तेजी आने लगी है। इससे प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों में दूसरों की तुलना में लाइब्रेरी साइंस विषय के विद्यार्थियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है।

इस अवसर पर जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में नवसृजित लाइब्रेरी साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. राम सिंह आढ़ा ने पूर्व कुलपति प्रो. अशोक शर्मा का स्वागत किया एवं जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में पहली बार प्रारंभ बी. लिब. एम. लिब. एकीकृत कोर्स पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मापदंडों के अन्तर्गत संचालित इस पाठ्यक्रम को छात्रों से विशेष सराहना मिल रही है। यह पाठ्यक्रम सेमेस्टर प्रणाली पर आधारित है जिसमें दो सेमेस्टर अर्थात् एक साल बाद यदि विद्यार्थी एग्जिट करता है तो उसे बी लिब की उपाधि और चार सेमेस्टर पूरा करने पर एम लिब की डिग्री प्राप्त होगी। इस अवसर पर पूर्व सिंडिकेट सदस्य और राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. कान्ता कटारिया, महिला अध्ययन केन्द्र की निदेशिका डॉ. विजय श्री, अंबेडकर अध्ययन केन्द्र के निदेशक डॉ. दिनेश गहलोत, डॉ. नागेन्द्र सिंह भाटी, कोटा खुला विश्वविद्यालय के जोधपुर के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. विक्रम सिंह सहित विश्वविद्यालय के कई शिक्षक, अतिथि शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश