जम्मू-कश्मीर को बिना किसी देरी के राज्य का दर्जा मिलना चाहिए: उमर अब्दुल्ला
श्रीनगर,7 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए क्योंकि यह उन लोगों का अधिकार है जो इसकी बहाली का इंतज़ार कर रहे हैं। गुरेज़ में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव में अपने
जम्मू-कश्मीर को बिना किसी देरी के राज्य का दर्जा मिलना चाहिए: उमर अब्दुल्ला


श्रीनगर,7 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए क्योंकि यह उन लोगों का अधिकार है जो इसकी बहाली का इंतज़ार कर रहे हैं।

गुरेज़ में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव में अपने संबोधन के दौरान उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पिछले साल अनुच्छेद 370 पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राज्य का दर्जा बहाल करने का ज़िक्र किया था।

उन्होंने कहा कि राज्य का दर्जा जम्मू-कश्मीर का अधिकार है और इसे बिना किसी देरी के दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास महोत्सव के आयोजन के महत्व पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को खुले तौर पर आयोजित करना और पूरे उत्साह के साथ मनाना ज़रूरी है ताकि चुनौतियों के बावजूद अन्य लोग इस क्षेत्र की सांस्कृतिक जीवंतता को देख सकें।

सीमा पर्यटन के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि शांति ज़रूरी है लेकिन कश्मीर और जम्मू में सीमा पर्यटन को बेहतर बनाने की योजना है। उन्होंने कहा, सीमावर्ती पर्यटन बेरोज़गारी कम करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में, खासकर दूरदराज के इलाकों में, एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है।

राजदान दर्रे पर गुरेज तक सुरंग निर्माण की लंबे समय से चली आ रही मांग पर उन्होंने कहा कि लगभग 10 किलोमीटर लंबी सुरंग संभव होगी और इसका निर्माण किया जाएग।।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह