पुनाड़ में तड़के भालू तो शाम ढलते ही गुलदार की धमक से लोग भयभीत
रुद्रप्रयाग, 7 अगस्त (हि.स.)। जनपद मुख्यालय के भाणाधार और पुनाड़ में भालू और गुलदार के आतंक से लोग सहमे हुये हैं। जंगली जानवर खेतीबाड़ी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, साथ ही जानमाल का खतरा भी बना है। स्थानीय लोगों ने डीएफओ से मुलाकात कर जंगली जानवरों से न
पुनाड़ में तड़के भालू तो शाम ढलते ही गुलदार की धमक से लोग भयभीत


रुद्रप्रयाग, 7 अगस्त (हि.स.)। जनपद मुख्यालय के भाणाधार और पुनाड़ में भालू और गुलदार के आतंक से लोग सहमे हुये हैं। जंगली जानवर खेतीबाड़ी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, साथ ही जानमाल का खतरा भी बना है। स्थानीय लोगों ने डीएफओ से मुलाकात कर जंगली जानवरों से निजात दिलाने की मांग की है।

रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र के भाणाधार, पुनाड़ और पैंयाखील के साथ अन्य क्षेत्रों में सुबह होते ही भालू की धमक से खतरा बना है। भालू, घरों के आंगन से लगे खेतों तक पहुंचकर वहां सब्जी और फल-फूलों को नुकसान पहुंचा रहा है। बीते तीन-चार दिनों में दो बार भालू घरों तक पहुंच चुका है। वहीं, शाम ढलते ही गुलदार धमक रहा है। पिछले लंबे समय से गुलदार क्षेत्र में निरंतर सक्रिय बना है, जिससे कभी भी किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है।

गुरुवार को नगर पालिका सभाषद किरन पंवार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उप प्रभागीय वनाधिकारी से मुलाकात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया। कहना था कि जंगली जानवरों घरों के आसपास तक पहुंच रहे हैं, जिससे जानमाल का खतरा बना है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से भालू और गुलदार को पकडऩे के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। इस संबंध में डीएफओ कल्याणी ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि जल्द भालू का रेस्क्यू किया जाएगा। साथ ही रात्रि में भी नियमित गश्त की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में शैंलेंद्र गोस्वामी, तरूण पंवार और पार्वती गोस्वामी सहित अन्य लोग मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति

 

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