हथकरघा सांस्कृतिक धरोहर ही नहीं लाखों परिवारों की आजीविका का है आधार : मंत्री राकेश सचान
कानपुर, 07 अगस्त (हि.स.)। हथकरघा हमारी सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ लाखों परिवारों की आजीविका का आधार है। प्रदेश सरकार बुनकरों के हितों की रक्षा और हथकरघा उद्योग के संवर्धन के लिए निरंतर कार्य कर रही है। यह बातें गुरुवार को कैबिनेट मंत्री राकेश सचान न
कार्यक्रम के दौरान लिया गया छाया चित्र


कानपुर, 07 अगस्त (हि.स.)। हथकरघा हमारी सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ लाखों परिवारों की आजीविका का आधार है। प्रदेश सरकार बुनकरों के हितों की रक्षा और हथकरघा उद्योग के संवर्धन के लिए निरंतर कार्य कर रही है। यह बातें गुरुवार को कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कही।

11वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के उपलक्ष्य में सिविल लाइंस स्थित मर्चेंट चेम्बर हॉल में बुनकर सम्मान समारोह, संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार वितरण और फैशन शो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत में हथकरघा उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें साड़ियाँ, ड्रेस मटेरियल, कवर, दरी, टेबल कवर और बेडशीट जैसे उत्पादों को प्रदर्शित किया गया।

फैशन शो कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की मॉडलों ने कैटवॉक के ज़रिये स्थानीय हथकरघा उत्पादों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का निर्देशन आईएफएफटीसी, सिलिगुड़ी, पश्चिम बंगाल के निदेशक कुतलिन दास ने किया। फैशन शो में परंपरागत और आधुनिक डिजाइनों का सुंदर संगम देखने को मिला।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में आयुक्त एवं निदेशक, हथकरघा, उत्तर प्रदेश के विजयेंद्र पांडियन व संयुक्त आयुक्त सीसी ठाकुर उपस्थित रहे। समापन के अतिथियों ने सभी बुनकरों को बधाई दी और उनके उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहुँचाने के संकल्प के साथ धन्यवाद ज्ञापन किया।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों अयोध्या, अलीगढ़, इटावा, कानपुर, गोरखपुर, झाँसी, प्रयागराज, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, मऊ, लखनऊ और वाराणसी के 39 उत्कृष्ट बुनकरों को सम्मानित किया गया। संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार के लिए बीस हजार, द्वितीय के लिए पंद्रह हजार और तृतीय पुरस्कार के लिए दस हजार रुपये की धनराशि, अंगवस्त्र, शील्ड एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

अयोध्या से कल्लू हसन, केशरा और शाहरसाह हुसैन, अलीगढ़ से विकास सिंह, वीरेंद्र कुमार, राहुल महौर, इटावा से मो असलम, सचिन कुमार और मुन्ना लाल सहित अन्य जनपदों के बुनकरों को उनकी उत्कृष्ट कारीगरी और हथकरघा उत्पादों के लिए यह सम्मान मिला।

कार्यक्रम में उपनिबंधक उत्तीर्ण वीर सिंह, सहायक निबंधक कुसुम, अंतरराष्ट्रीय फैशन डिजाइनर डब्ल्यू, सुधीर सानिया कुमार और फैशन डिजाइनर दीपांकर कश्यप (असम) की भी उपस्थिति रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप