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हजारीबाग, 7 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम के तहत हजारीबाग जिले में आगामी 10 से 25 अगस्त 2025 तक एमडीए-आइडिए कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस दौरान घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जाएगी, ताकि जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाया जा सके। सिविल सर्जन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता की अध्यक्षता डॉ. अशोक कुमार (सिविल सर्जन) ने की। कार्यक्रम के दौरान जिला बीबीडी पदाधिकारी डॉ. कपिलमुनि प्रसाद ने बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज लेकिन रोके जाने योग्य बीमारी है। इससे बचाव के लिए साल में एक बार डीईसी, आइवरमेक्टिन एवं एल्बेंडाजोल टैबलेट की एकल खुराक लेना आवश्यक है। ये दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और निःशुल्क दी जा रही हैं। मौके पर उपस्थित राज्य स्तरीय आईएचसी,बीसीसी सलाहकार श्रीमती नीलम कुमार ने कहा कि दवा सेवन जरूरी है। यदि दवा खाने के बाद हल्का प्रतिकूल प्रभाव (जैसे सिर दर्द, उल्टी) हो, तो यह संकेत है कि शरीर में माइक्रोफाइलेरिया मौजूद था और दवा असर कर रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार