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फरीदाबाद, 7 अगस्त (हि.स.)। नगर निगम ने शहर में अवैध रूप से चल रही डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गुरुवार को भीकम कालोनी में अवैध रूप से चल रही एक डेयरी को सील कर दिया। अन्य डेयरियों को एक सप्ताह के अंदर बंद करने का समय दिया है। यदि बंदी नहीं की तो निगम फिर कार्रवाई करेगा। नगर निगम क्षेत्र से डेयरियों को बाहर निकालने के लिए 2000 में तत्कालीन सरकार ने मिर्जापुर में डेयरी जोन बनाया था। यहां पर 100 डेयरियों के प्लाट दिए गए थे। सरकार ने इसके बाद भी यही नियम बनाया था कि यदि किसी को डेयरी का काम करना है तो वह प्लाट लेने के लिए नगर निगम में आवेदन करे। निगम उन्हें प्लाट देगा और सीवर लाइन की सुविधा भी देगा। मिर्जापुर डेयरी जोन में डेयरी संचालकों को सीवर लाइन, पेयजल, बिजली, सडक़ की सुविधा निगम ने दी है। जोन की 100 डेयरियों के बाद किसी ने भी अपनी डेयरी संचालन के लिए प्लाट की आवश्यकता महसूस नहीं की और न ही निगम में कोई प्लाट खरीदने के लिए आवेदन दिया। लोगों ने अपनी इच्छानुसार शहर में 100 अवैध डेयरी खोल ली। अब यह डेयरी संचालक पशुओं का गोबर सीवर लाइन में पानी से बहा देते हैं। गोबर से सीवर लाइन जाम हो जाती है। यही कारण है कि आवासीय कालोनी में सीवर लाइन का जलभराव होता है। आए दिन लोगों की शिकायत नगर निगम में अधिकारियों के पास आती रहती हैं। सीवर जाम से निजात दिलाने के लिए निगम ने इन अवैध डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना तैयार की है। इसकी शुरुआत भीकम कालोनी में डेयरी को सील करने से कर दी गई है। बल्लभगढ़ जोन के संयुक्त आयुक्त करण सिंह भगोरिया का कहना है कि हमने गुरुवार को एक डेयरी को सील किया है। अन्य डेयरी संचालकों को एक सप्ताह का समय दिया जाता है कि वह अपने डेयरियों को शहर से बाहर ले जाएं। यदि इन डेयरियों को संचालक शहर से बाहर लेकर नहीं गए तो एक सप्ताह बाद सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। शहर में गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शहर के बाहर सडक़ों किनारे अंधेरे में डेयरी संचालक गोबर डाल देते हैं। इससे शहर का स्वच्छता अभियान विफल हो जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर