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देहरादून, 7 अगस्त (हि.स.)। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने गुरुवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर धराली में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। शासन व सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा कर रेस्क्यू अभियान को और अधिक तीव्र गति से संचालित किए जाने के निर्देश दिए। इसी
बीच राज्य सरकार ने मातली को पूरे रेस्क्यू अभियान के लिए स्ट्रेटिजिक एरिया बनाने के निर्देश दिया।
गुरुवार काे मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन करीब साढ़े नौ बजे राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और विभिन्न विभागों व एजेंसियों के धराली में चले रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। बैठक में मुख्य सचिव ने क्षतिग्रस्त सड़कों काे जल्द से जल्द खाेलने के लिए लोक निर्माण विभाग के सचिव और बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन के अधिकारियों के साथ लंबी चर्चा की। मुख्य सचिव ने कहा कि सड़कों को यातायात के लिए खोलने के लिए जो भी संसाधन बीआरओ को चाहिए, वह जल्द से जल्द उपलब्ध कराए जाएं। मुख्य सचिव ने अधिकारियाें काे मातली को पूरे रेस्क्यू अभियान के लिए स्ट्रेटिजिक एरिया बनाने के निर्देश दिया। उन्होंने प्राथमिकता तय करते हुए सबसे पहले बुजुर्ग, बीमार, महिलाओं और बुजुर्गों को रेस्क्यू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गंगोत्री, हर्षिल व अन्य क्षेत्रों में जो भी यात्री फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है। राज्य सरकार, जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व अन्य सभी एजेंसियां पूरी तत्परता के साथ रेस्क्यू एवं राहत कार्यों में जुटी हैं। मुख्यमंत्री धामी स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए लगातार निर्देश दे रहे हैं।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जो भी यात्री गंगोत्री, हर्षिल आदि स्थानों में फंसे हैं, उनके लिए भोजन, पानी, बच्चों के लिए दूध के साथ ही अन्य आवश्यक वस्तुओं उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए प्रत्येक स्थल पर सिंगल प्वाइंट ऑफ कांटेक्ट नामित किया जाए ताकि रेस्क्यू अभियान में किसी तरह के भ्रम की स्थिति न रहे। उन्होंने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में भी सिंगल प्वाइंट ऑफ कांटेक्ट नामित करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने मानसून अवधि में सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।
बैठक में सचिव शैलेश बगोली, डीजीपी दीपम सेठ, जीओसी उत्तराखण्ड सब एरिया मेजर जनरल एमपीएस गिल, एडीजी एपी अंशुमन, सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, सचिव डॉ. आर राजेश कुमार, सचिन कुर्वे, आईजी फायर मुख्तार मोहसिन, एसीईओ प्रशासन आनंद स्वरूप, एसीईओ क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, जेसीईओ मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे।
चिन्यालीसौंड़ में तैनात रहेंगे हेलीकॉप्टर
राहत और बचाव कार्यों को गति देने के लिए भारतीय सेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर को चिन्यालीसौंड़ में ही तैनात किया जाएगा ताकि देहरादून से लग रहे अतिरिक्त समय को कम किया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल