विश्वनाथ मंदिर में आयोजित अनुष्ठान में शामिल हो रहे श्रद्धालु
रुद्रप्रयाग, 7 अगस्त (हि.स.)। श्रीकाशी विश्वनाथ भक्त मंडली और स्थानीय लोगों के सहयोग से विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में आयोजित आठ दिवसीय श्रीमदद्देवी भागवत पुराण और शिव महापुराण पुराण कथा सुनने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। अनुष्ठान के पांचवे दिन श
विश्वनाथ मंदिर में आयोजित अनुष्ठान में शामिल हो रहे श्रद्धालु


रुद्रप्रयाग, 7 अगस्त (हि.स.)। श्रीकाशी विश्वनाथ भक्त मंडली और स्थानीय लोगों के सहयोग से विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में आयोजित आठ दिवसीय श्रीमदद्देवी भागवत पुराण और शिव महापुराण पुराण कथा सुनने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। अनुष्ठान के पांचवे दिन श्रीमदद्देवी भागवत पुराण का वाचन करते हुये व्यास आचार्य हरिओम देवशाली ने मां दुर्गा के नौ रूपों का वर्णन किया।

कहा, कि जब-जब मानव और देवताओं पर संकट आया, मां दुर्गा ने अलग रूप धारण कर रक्षा की है। कहा, कि देवी भागवत पुराण को स्मरण मात्र करने से सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है। वहीं, शिव महापुराण का वाचन करते हुये आचार्य महामाया प्रसाद शास्त्री ने कहा कि शिव ही संसार है।

शिव, सृष्टि के कण-कण में विद्यमान हैं। 33 कोटी देवताओं में शिव ही ऐसे परमेश्वर हैं, जो अपने भक्त के जलाभिषेक मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष वचन सिंह नेगी ने बताया कि 13 अगस्त को पूर्णाहुति के साथ अनुष्ठान संपन्न होगा। उन्होंने अधिकाधिक लोगों से धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने का आग्रह किया है।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति