Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
मंदसौर, 7 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिे के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोविंद सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि गाँव मुल्तानपुरा में गिलियन-बैरे सिंड्रोम के मामलों में स्थिति नियंत्रण में हैं। कुछ मामलों की सूचना मिलने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 24 जुलाई से एक व्यापक स्वास्थ्य सर्वेक्षण शुरू किया। यह सर्वेक्षण अभी भी जारी है। अब तक गाँव के लगभग 750 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है। अभी तक किसी भी नए संदिग्ध मामले की पहचान नहीं हुई और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। रोकथाम के उपायों के तहत गाँव के सभी जल स्रोतों से नमूने लिए गए और जल स्रोतों में क्लोरीनेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि रोग का कारण जलजनित तो नहीं है, जल नमूनों को भी जांच के लिए भेजा गया है।
रोग नियंत्रण, जनजागरूकता और आवश्यक चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने के लिए कई टीमें सक्रिय रूप से क्षेत्र में काम कर रही हैं। टीम में कऊरढ टीम से डॉ. शुभम सिलावट, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट मेडिकल कॉलेज उज्जैन (जागृति प्रकल्प), सामुदायिक चिकित्सा विभाग डॉ. सचिन गुप्ता, डॉ. कोनिका जैन, डॉ. रोहित दास, डॉ. सेठिया, सामान्य चिकित्सा विभाग डॉ. संजय रावत, फील्ड टीम से सीएचओ पुष्पा पाटीदार, आशा कार्यकर्ता और एमपीडब्ल्यू सेक्टर पर्यवेक्षक लगातार टीम वर्क के रूप में कार्य कर रहे है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / अशोक झलोया