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सोनीपत, 7 अगस्त (हि.स.)। सोनीपत में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जिला परिषद
सभागार में आयोजित कार्यक्रम में हरित क्रांति के जनक प्रो. एम.एस. स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि
दी गई। अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन ने गुरुवार को उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए
बताया कि प्रो. स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त 1925 को तमिलनाडु के कुंभकोणम में हुआ था।
उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की और बाद में कैंब्रिज विश्वविद्यालय
से पीएचडी की डिग्री ली। भारत की कृषि में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण, पद्म
विभूषण और भारत रत्न जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में बताया गया कि कम कीटनाशकों के प्रयोग से भी
उच्च गुणवत्ता की खेती संभव है। जैविक कीट नियंत्रण, फसल चक्रण, प्राकृतिक कीटनाशकों
जैसे नीम का तेल, पाइरेथ्रम, और रोटेनोन का उपयोग, पक्षियों व लाभकारी जीवों को आकर्षित
करना, यांत्रिक नियंत्रण, खेत की सफाई, फेरोमोन जाल तथा पौधों की सुरक्षा जैसे उपायों
पर विस्तार से जानकारी दी गई।
उपनिदेशक डॉ पवन शर्मा ने किसानों से अपील की कि वे सरकार
की 50 से 75 प्रतिशत सब्सिडी योजना के तहत कृषि यंत्र खरीदें। इससे खेती में उन्नत
तकनीक का उपयोग बढ़ेगा और समय की बचत भी होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया का
कम प्रयोग कर प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ना चाहिए ताकि मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले
दुष्प्रभावों से बचा जा सके।
कार्यक्रम में डॉ राहुल, जगदीश कौशिक, डॉ नवीन हुड्डा, डॉ
संदीप वर्मा, डॉ संदीप (केवीके), डॉ प्रमोद तोमर (मेरठ) सहित कृषि विभाग के अधिकारी,
कर्मचारी और जिले के विभिन्न गांवों से आए किसान उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना