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रुद्रप्रयाग, 7 अगस्त (हि.स.)। गुप्तकाशी केदारघाटी में उप जिला चिकित्सालय की घोषणा दो वर्ष बाद भी धरातल पर नहीं उतर पाई है। विभाग के पास स्वयं की 14 नाली भूमि उपलब्ध होने के बाद भी ल्वारा और नाला गांव में उप जिला चिकित्सालय निर्माण के लिए भूमि की खोज हो रही है, जो तकनीकी समिति के पेंच में फंसी पड़ी है।
विभागीय कार्यशैली से नाराज स्थानीय लोगों ने शासन, प्रशासन से गुप्तकाशी में मौजूद जमीन पर अस्पताल निर्माण की मांग की है। केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव व केदारघाटी के सबसे बड़े व्यवसायिक केंद्र गुप्तकाशी में स्वास्थ्य विभाग का एलोपैथिक चिकित्सालय संचालित हो रहा है। यहां, स्वास्थ्य विभाग के पास 14 नाली भूमि उपलब्ध है, जो अतिक्रमण की भेंट चढ़ रही है, पर विभाग कोई सुध नहीं ले रहा है।
वहीं, जनवरी 2023 में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने गुप्तकाशी में उप जिला चिकित्सालय निर्माण की घोषणा की थी, जिसके लिए विभाग अन्यत्र भूमि की खोज कर रहा है। स्थानीय वयोवृद्ध वचन सिंह पंवार, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य गणेश तिवारी, विनोद राणा, पूर्व ग्राम प्रधान मदन अग्रवाल, प्रेम सिंह नेगी का कहना है कि गुप्तकाशी में एलोपैथिक चिकित्सालय से लगी विभाग की 14 नाली भूमि पर उप जिला चिकित्सालय का निर्माण किया जा सकता है। लेकिन, शासन, प्रशासन और विभाग यहां, अस्पताल निर्माण में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है। स्थिति यह है कि नाला व ल्वारा गांव में बीते दो वर्ष से भूमि की खोज पूरी नहीं हो पाई है, जिसका खामियाजा केदारघाटी की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
समूची केदारघाटी में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर पैथोलॉजी जांच तक की सुविधा नहीं है। गुप्तकाशी, ऊखीमठ अस्पताल नामात्र के रह गये हैं। उन्होंने विभाग ने अपनी 14 नाली भूमि का सदपयोग कर गुप्तकाशी में उप जिला चिकित्सालय निर्माण के लिए जरूरी कार्रवाई पूरी करने की मांग की है।
इधर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राम प्रकाश ने बताया कि ल्वारा और नाला में उप जिला चिकित्सालय के लिये भूमि चयन का मामला तकनीक समिति के पास है। समिति के निर्णय के आधार पर आगे की कार्रवाई की जानी है। गुप्तकाशी में मौजूद भूमि का भी उचित उपयोग किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति