पोषण मिशन में लापरवाही पर होगी त्वरित कार्यवाही: बेबी रानी मार्य
लखनऊ, 07 अगस्त (हि.स.)। पोषण अभियान के अन्तर्गत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा “स्टंटिंग की समझ और समाधान- जन्म के पहले 06 माह पर विशेष ध्यान” विषय पर गुरूवार को पोषण पाठशाला का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा किया गया
विभागीय अधिकारियों के साथ बैठी कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य


लखनऊ, 07 अगस्त (हि.स.)। पोषण अभियान के अन्तर्गत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा “स्टंटिंग की समझ और समाधान- जन्म के पहले 06 माह पर विशेष ध्यान” विषय पर गुरूवार को पोषण पाठशाला का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा किया गया।

महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि पोषण मिशन में लापरवाही पर त्वरित कार्यवाही होगी । उन्होंने जोर देकर कहा कि जीवन के पहले छह महीनों में केवल स्तनपान और पहले 1000 दिनों में संतुलित पोषण प्रदान कर बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को सुदृढ़ किया जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार की रणनीति “छह माह, सात बार” के अंतर्गत छह माह से कम आयु के शिशुओं की नियमित निगरानी, बीमारी प्रबंधन और माताओं को स्तनपान सहायता प्रदान करने पर विशेष बल दिया जा रहा है।

राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला की उपस्थिति में प्रमुख सचिव महिला कल्याण लीना जौहरी के नेतृत्व में इस पोषण पाठशाला कार्यक्रम का संचालन हुआ। इसका आयोजन यूनिसेफ के सहयोग से किया गया।

“पोषण पाठशाला” में बी.चंद्रकला, सचिव, बाल विकास पुष्टाहार विभाग, संदीप कौर, निदेशक, बाल विकास पुष्टाहार विभाग और उप निदेशक एवं अनुपमा शांडिल्य, उप निदेशक भी उपस्थित रहे। इन सभी अधिकारियों ने कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभाई।

कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए। प्रोफेसर डॉ. एम.एम.ए. फरीदी (डीन एमेरिटस, एरा यूनिवर्सिटी, लखनऊ), डॉ. समी़र एम. पवार (न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट, यूनिसेफ नई दिल्ली), और डॉ. रविश शर्मा (न्यूट्रिशन ऑफिसर, यूनिसेफ उत्तर प्रदेश) ने प्रतिभागियों को स्टंटिंग, इसके प्रभाव और समुदाय आधारित समाधान की व्यावहारिक जानकारी दी।

कार्यक्रम में प्रदेश भर से डी0पी0ओ, सी0डी0पी0ओ, मुख्य सेविकाएं, आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं आई0सी0डी0एस से जुड़े लाभार्थी गर्भवती महिलाएं, धात्री महिलाएं और छोटे बच्चों के अभिभावकों ने वेबकास्ट के माध्यम से भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन