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लखनऊ, 7 अगस्त (हि.स.)। परमात्मा व प्रकृति की कृपा वाले उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अन्नदाता किसानों को सर्वोपरि मानती है, इसलिए उनके उत्थान व समृद्धि के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। किसानों के हित में योगी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले आठ वर्ष में अभूतपूर्व कार्य किए। 2017 में सरकार की कमान संभालने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये माफ किया। सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में हो रहे प्रयास में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है। यही नहीं, पहली बार रबी फसल में किसानों से एमएसपी पर मक्का खरीद की गई। पिछली सरकारों की 'मक्कारी' पर इस सरकार में किसानों का मक्का भी भारी पड़ा। किसान मक्का की खेती से लाखों की आमदनी कर रहे हैं। केंद्र सरकार के नेतृत्व में पहली बार हुआ कि कृषि वैज्ञानिक लैब से निकलकर लैंड तक पहुंचे।
किसानों के खाते में भेजे गए 90 हजार करोड़ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ सर्वाधिक उत्तर प्रदेश के किसानों को मिल रहा है। अभी तक इसकी 20 किस्त जारी हो चुकी है। इसमें यूपी के लगभग ढाई करोड़ किसानों के खाते में 90 हजार करोड़ से अधिक रुपये भेजे गए हैं। यदि काशी की बात करें तो यहां के किसानों को करीब 900 करोड़ रुपये मिले हैं।
राज्य सरकार किसानों के लिए कर रही कार्य
राज्य सरकार किसानों के भविष्य को संवारने का कार्य कर रही है। 2017 के पहले किसान आत्महत्या कर रहा था। गन्ना किसानों को भुगतान नहीं हो रहा था। मकई, तिलहन, दलहन, आलू, बाजरा, ज्वार, धान, गेहूं के लिए चलने वाले क्रय केंद्रों की दशा खराब थी। 2017 में सरकार ने सबसे पहले 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ कर्ज माफ किया। फिर सिंचाई की क्षमता को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का सहारा लिया। अब तक 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचन की सुविधा दी गई। 15 लाख निजी ट्यूबवेल को फ्री में बिजली की सुविधा दी गई। इसके बदले सरकार 2700 करोड़ रुपये बिजली विभाग को देती है, जिससे किसानों को फ्री बिजली मिलती है।
रबी फसल में पहली बार किसानों से एमएसपी पर की गई मक्का खरीद
राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार अन्नदाता किसानों की समृद्धि को निरंतर प्रयत्नशील योगी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से रबी फसल में पहली बार सीधे मक्का की खरीद की। विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत बदायूं, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, हाथरस, मैनपुरी, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर, औरैया, कन्नौज, इटावा, फर्रुखाबाद, बहराइच, बलिया, गोंडा, संभल, रामपुर, अयोध्या व मीरजापुर के किसानों से 2225 रुपये प्रति कुंतल पर मक्का की खरीद हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन