उत्तराखंड में फंसे महाराष्ट्र के 151 पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने का प्रयास जारी : मुख्य सचिव
मुंबई, 07 अगस्त (हि.स.)। महाराष्ट्र के मुख्य सचिव राजेश कुमार ने गुरुवार को मुंबई में कहा कि उत्तराखंड में फंसे महाराष्ट्र के 151 नागरिकों को वापस लाने का प्रयास युद्धस्तर पर जारी है। इनमें से 120 पर्यटकों से संपर्क हो गया है और वे आईटीबीपी कैंप में
उत्तराखंड में फंसे महाराष्ट्र के 151 पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने का प्रयास जारी : मुख्य सचिव


मुंबई, 07 अगस्त (हि.स.)। महाराष्ट्र के मुख्य सचिव राजेश कुमार ने गुरुवार को मुंबई में कहा कि उत्तराखंड में फंसे महाराष्ट्र के 151 नागरिकों को वापस लाने का प्रयास युद्धस्तर पर जारी है। इनमें से 120 पर्यटकों से संपर्क हो गया है और वे आईटीबीपी कैंप में सुरक्षित हैं। शेष 31 पर्यटकों से संपर्क करने के लिए प्रयास जारी है।

मुख्य सचिव राजेश ने आज मुंबई स्थित मंत्रालय में उत्तराखंड में पर्यटकों की स्थिति की समीक्षा बैठक की । इसके बाद मुख्य सचिव ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और संबंधित एजेंसियों से जानकारी मिली है कि उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में भीषण भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति के कारण महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में 151 पर्यटक फंसे हुए हैं। इनमें से 120 पर्यटकों से संपर्क हो गया है और वे आईटीबीपी कैंप में सुरक्षित हैं। शेष 31 पर्यटकों से संपर्क नहीं हो सका है। जिन पर्यटकों से संपर्क नहीं हो पाया है उनमें ठाणे-5, सोलापुर-4, अहिल्यानगर-1, नासिक-4, मालेगांव-3, चारकोप कांदिवली-6, मुंबई उपनगरीय-6 और टिटवाला के दो पर्यटक शामिल हैं।

मुख्य सचिव ने कहा कि बादल छाए रहने के कारण, मोबाइल नेटवर्क और बैटरी चार्जिंग की कमी के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया राज्य आपदा नियंत्रण प्रकोष्ठ राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र, उत्तराखंड आपदा नियंत्रण प्रकोष्ठ, जिला नियंत्रण प्रकोष्ठ, उत्तरकाशी के साथ निरंतर संपर्क में है और महाराष्ट्र में पर्यटकों के परिजनों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उत्तराखंड प्रशासन के संपर्क में हैं और मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद, पर्यटकों को ट्रेन या हवाई जहाज से लाने की व्यवस्था की जाएगी।

इस बैठक में राहत एवं पुनर्वास तथा आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सोनिया सेठी, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के निदेशक भालचंद्र चव्हाण आदि उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव