Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
हुगली, 06 अगस्त (हि.स.)। विशाल कपूर, आईआरएमएसई (1994 बैच), ने पांच अगस्त 2025 को पूर्व रेलवे के हावड़ा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) का पदभार ग्रहण किया है। वे भारतीय रेलवे यांत्रिक इंजीनियर सेवा (आईआरएमएसई) के 1994 बैच के अधिकारी हैं और भारतीय रेलवे तथा विद्युत क्षेत्र में तीन दशकों से अधिक का विविध व्यावसायिक अनुभव रखते हैं।
ली कुआन यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के पूर्व छात्र, कपूर ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की है। वे आईआरआईएमएमएई, जमालपुर से विशेष श्रेणी रेलवे अप्रेंटिस भी हैं और इंजीनियरिंग काउंसिल (लंदन) तथा एएमआईई(भारत) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में शैक्षणिक योग्यताएँ प्राप्त की हैं।
कपूर 1994 में भारतीय रेलवे में शामिल हुए और विभिन्न तकनीकी एवं नेतृत्वकारी भूमिकाओं में कार्य किया। 1997 से 2010 के बीच, उन्होंने पश्चिम रेलवे के आबू रोड, फुलेरा, वडोदरा, साबरमती और वटवा में ओपन लाइन और डीजल शेड में एएमई, डीएमई और सीनियर डीएमई के रूप में महत्वपूर्ण कार्यभार संभाला। उन्होंने तंजानिया और म्यांमार को 25 इंजनों के निर्यात का भी नेतृत्व किया। वर्ष 2010 से 2015 तक, उन्होंने अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) में निदेशक (मानक) के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने भारत के पहले ऑटोमोबाइल-वाहक वैगनों और अन्य विशेष मालवाहक डिब्बों के डिज़ाइन में योगदान दिया।
पूर्व रेलवे ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 2015 से 2022 तक, कपूर ने विद्युत मंत्रालय में निदेशक और बाद में संयुक्त सचिव के रूप में कार्य किया, जहां वे तीन लाख करोड़ की पुनर्विकसित वितरण क्षेत्र योजना के प्रमुख संचालक थे, जो भारत का सबसे बड़ा विद्युत क्षेत्र सुधार था।
2022 से 2025 तक, ईईएसएल के सीईओ और सीईएसएल के एमडी एवं सीईओ के रूप में, उन्होंने भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत भारत के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक बस कार्यक्रम (20,000+ ई-बसें) में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कपूर ने बड़ी, विभिन्न कार्यों वाली टीमों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है और बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और लोक नीति के समन्वय पर काम किया है। उनके कार्यों में रणनीतिक दृष्टि और परिणाम-उन्मुख कार्यान्वयन, विशेष रूप से आधुनिकीकरण, स्थायित्व और लोक सेवा वितरण के क्षेत्रों में, निरंतर परिलक्षित होता रहा है। उनके नेतृत्व में, हावड़ा मंडल परिचालन उत्कृष्टता की अपनी विरासत को और सुदृढ़ करने, यात्री सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने और भारतीय रेलवे के समग्र लक्ष्यों के अनुरूप बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की गति को तेज़ करने का लक्ष्य रखता है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय