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उत्तरकाशी, 6 अगस्त (हि.स.) धराली बाजार और आर्मी शिविर हर्षिल में आई आपदा के बाद से राहत और बचाव कार्य बुधवार सुबह से जारी रहा है।
भारतीय सेना के 150 जवान उत्तरकाशी आपदा के राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। उधर जल प्रलय से ग्रस्त धराली में गांव में फंसे लगभग 200 लोगों को निकालने के लिए सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला है। जिला प्रशासन प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, आर्मी सहित सभी टीमें राहत बचाव कार्यों में लगे हैं।
कंट्रोल ब्लास्ट कर तोड़ी जाएगी झील उत्तरकाशी में गंगा नदी पर बनी झील को नियंत्रित विस्फोट से तोड़ा जाएगा ताकि पानी धीरे-धीरे निकले। इस के लिए सिंचाई विभाग की टीम व भू-वैज्ञानिक डा. नीरज जोशी की निगरानी में यह कार्य करेंगे।
सेना के लगभग 11 जवान भी लापता जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज़्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। हर्षिल और सुखी टॉप में दो जगहों पर अचानक बाढ़ आने की भी खबर है। हर्षिल में सेना के लगभग 11 जवान लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि सुखी टॉप में कोई हताहत नहीं हुआ है। वहीं ऋषिकेश-उत्तरकाशी हाईवे प्रभावित होने से रेस्क्यू अभियान में बाधा पहुंची है। बुधवार को सड़क मार्ग से रेस्क्यू टीम धराली नहीं पहुंच सकी । जनपद में आपदा प्रभावितों के लिये राहत व बचाव कार्य निरंतर जारी है । अब तक आर्मी के घायल 11 जवान आई टी बी पी मातली उत्तरकाशी में पहुंचाया जा चुका है।
प्रभावित लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए टीमें तैयार रही हैं। वहीं गंगोत्री धाम में भी सैकड़ों श्रद्धालुओं के फंसे होने की सूचना है जिसके लिए प्रशासन टीम गठित कर गुरूवार को गंगोत्री से श्रद्धालुओं को सड़क मार्ग से नेलांग भेजकर एयरलिफ्ट करवा सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल