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जम्मू, 6 अगस्त (हि.स.)। जम्मू के कुंजवानी चौक पर कांग्रेस पार्टी ने अपने चौराहे पे चर्चा अभियान के तहत एक जनसभा आयोजित कर जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र और पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की। यह कार्यक्रम पंच गोविंद राम सालगोतरा, किसान नेता मनीदीप चौधरी, मोहिंदर और जीत चौधरी के सहयोग से आयोजित किया गया, जिन्होंने स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं को संवाद कार्यक्रम में सक्रिय रूप से जोड़ा। सभा की प्रमुख विशेषता रही वरिष्ठ कांग्रेस नेता और डीडीसी सदस्य सुचेतगढ़ तरणजीत सिंह टोनी का तीखा संबोधन। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सत्ता का अधिकार जनता द्वारा चुनी हुई सरकार के पास होना चाहिए, न कि मोदी सरकार द्वारा नियुक्त किए गए लोगों के पास। यह लोकतंत्र की हत्या के समान है।
टोनी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता को मौन बना दिया गया है और निर्वाचित सरकार की अनुपस्थिति में आम जनता की समस्याएं अनसुनी रह गई हैं। उन्होंने कहा कि दैनिक वेतनभोगियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की वर्षों पुरानी मांगें अभी भी लंबित हैं, बेरोजगारी चरम पर है और युवाओं को रोजगार व समर्थन नहीं मिल रहा, ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में विकास ठप पड़ा है, किसानों को फसल का उचित मूल्य, मुआवजा व कृषि सुधार नहीं मिल पा रहे, परिवहन क्षेत्र अब भी महामारी के बाद के आर्थिक झटकों से जूझ रहा है, और सरकार की कोई ठोस नीति नहीं है। उन्होंने कहा, ये सिर्फ मांगे नहीं, इंसाफ की पुकार हैं और इन्हें सिर्फ जनता द्वारा चुनी गई, जवाबदेह सरकार ही पूरा कर सकती है।
इस अवसर पर राकेश कुंडल, पवन कुमार और कैप्टन चौधरी जैसे कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने भी विचार रखे और जनभागीदारी वाली शासन प्रणाली को बहाल करने पर बल दिया। हमारी रियासत, हमारा हक कार्यक्रम के तहत चल रहा यह चौराहे पे चर्चा अभियान जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने और लोकतंत्र, प्रतिनिधित्व तथा स्थानीय शासन के महत्व को उजागर करने का प्रयास है। कांग्रेस ने दोहराया कि वह जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने और जनता के लोकतांत्रिक अधिकार बहाल कराने की लड़ाई को तब तक जारी रखेगी, जब तक उसे सफलता नहीं मिलती।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा