लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : डीएम
निरीक्षण कब दौरान डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह


कानपुर, 06 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। शासन की मंशा के अनुरूप निर्माण कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा कराया जाएगा। इस प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यह बातें बुधवार को जिलाधिकारी जितेंद प्रताप सिंह ने कही।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने हैलेट अस्पताल में निर्माणाधीन परियोजनाओं का जायजा लिया। मौके पर निर्माण कार्य में अत्यधिक विलंब और कागज़ों में असत्य प्रगति दर्ज मिलने पर उन्होंने तीखी नाराजगी जताई और राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाई।

हैलट अस्पताल में 18.56 करोड़ रुपये की लागत से सर्जरी विभाग में प्राइवेट लेक्चर हॉल और प्रशासनिक भवन (जी+2) का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम को सौंपी गई है। परियोजना प्रबंधक आरके गुप्ता द्वारा सौंपे गए अभिलेखों में कार्य की प्रगति सात प्रतिशत दिखाई गई थी और यह दर्शाया गया था कि नींव की खुदाई का कार्य हो चुका है लेकिन जब जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे, तो वहां जमीन पर कोई काम होता नहीं मिला। न नींव की खुदाई हुई थी और न ही किसी भी तरह की गतिविधि नज़र आई।

परियोजना की पहली किस्त के रूप में 2.51 करोड़ रुपये लगभग पांच महीने पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसके बावजूद जमीन पर कोई काम न होना लापरवाही का प्रमाण है।

इस दौरान जिलाधिकारी ने सर्जरी ब्लॉक के रिनोवेशन कार्य की स्थिति का भी जायजा लिया। 3.79 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को 31 मई तक पूरा किया जाना था लेकिन अब तक कार्य अधूरा है। जिलाधिकारी ने सख्त लहजे में निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में यह कार्य 30 सितंबर तक पूरा कर लिया जाए।

इसके अलावा उन्होंने आर्थोपेडिक ब्लॉक और जच्चा-बच्चा वार्ड में स्वीकृत कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की और कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप