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तीन राज्यों के 163 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा, आत्मनिर्भरता और अनुशासन का मिला प्रशिक्षण
अजमेर, 6 अगस्त (हि.स.)। वन्स ए स्काउट, ऑलवेज ए स्काउट की भावना को दोहराते हुए सद्गुरु इंटरनेशनल स्कूल, अजमेर के प्रिंसिपल संजय दत्ता ने कहा कि स्काउट शिविर जीवन में आने वाली तमाम विषम परिस्थितियों से लड़ने की प्रेरणा देता है। मोबाइल और टीवी की आभासी दुनिया से दूर प्रकृति की गोद में रहकर जीवन जीना वास्तव में गौरव की बात है।
वे 15वें एडवेंचर स्काउट शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। यह शिविर विभिन्न राज्यों के स्काउट्स और गाइड्स के लिए आत्मनिर्भरता, अनुशासन और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
तीन राज्यों से 163 प्रतिभागियों की भागीदारी
शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए लीडर ट्रेनर विनोद मेहरा ने बताया कि इस एडवेंचर शिविर में राजस्थान, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से कुल 163 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। शिविर में रोचक गतिविधियों, साहसिक प्रशिक्षण और जीवन कौशल आधारित सत्रों का आयोजन किया गया।
शारीरिक प्रदर्शन से रोमांचित हुए दर्शक
रॉयल सैनिक स्कूल, परबतसर के कैडेट्स ने अर्पित शर्मा के नेतृत्व में अद्भुत शारीरिक प्रदर्शन कर सभी दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इस दौरान एडवेंचर प्रशिक्षकों एवं सर्विस रोवर्स को उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया।
अतिथियों ने सराहा आत्मनिर्भरता का भाव
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (पीसांगन) एवं जिला गाइड कमिश्नर वीणा अग्रावत ने कहा कि इस प्रकार के शिविरों से बच्चों में आत्मनिर्भरता, अनुशासन और सहयोग की भावना विकसित होती है, जो उन्हें तकनीक-प्रधान युग में भी संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा देती है।
जिला सचिव एस.एन. वैष्णव ने प्रशिक्षकों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि विद्या का दान देने वाले लोग स्मृतियों में सदैव जीवित रहते हैं। वहीं, रेंजर लीडर नंदिनी डाबले का परिवार सहित आगमन होने पर स्कार्फ से सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन शिविर संचालक रघुवीर सिंह खंगारोत ने किया।
शिविर में सेवा देने वाले प्रमुख शिक्षकों में सुभाष पारीक, सुरेन्द्र जोशी, पुनम चन्द बुरड़, अक्षय परिहार, छोटा राम, मनोज कुमार मीणा, विक्रम सिंह आदि शामिल रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष