आरजी कर पीड़िता के माता-पिता दिल्ली रवाना, अमित शाह और सीबीआई निदेशक से करेंगे मुलाकात
आरजी कर अस्पताल


कोलकाता, 06 अगस्त (हि.स.)। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या की शिकार युवती के माता-पिता बुधवार को दो दिनों के लिए नई दिल्ली रवाना हो गए। उनका उद्देश्य केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक प्रवीण सूद से मुलाकात कर जांच की प्रगति को लेकर अपनी नाराजगी जताना है।

पीड़िता के पिता ने रवाना होने से पहले कहा कि हम सीबीआई निदेशक और सर्वोच्च न्यायालय में हमारे वकील करुणा नंदी से मिलने जा रहे हैं। संभावना है कि हमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का भी अवसर मिल सकता है, जिसके लिए हमने पहले से अपॉइंटमेंट मांगा था। हम लंबे समय से उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन पहले समय नहीं मिल पाया। अगर कल मुलाकात होती है तो हम सीबीआई निदेशक से अनुरोध करेंगे कि इस मामले में बड़ी साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत पूरक आरोप पत्र दाखिल किया जाए।

उन्होंने बताया कि वे नौ अगस्त की सुबह कोलकाता लौट आएंगे ताकि “नवान्न अभियान” में शामिल हो सकें। यह दिन घटना की पहली बरसी भी है। इस रैली का आह्वान उन्होंने स्वयं किया है और सभी राजनीतिक दलों (सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर) से बिना पार्टी झंडे के इसमें शामिल होने का आग्रह किया है।

दिल्ली रवाना होने से पहले पीड़िता के माता-पिता ने कोलकाता पुलिस की कार्रवाई की भी आलोचना की। उनके अनुसार, पार्क स्ट्रीट थाने से उन्हें फोन कर रैली से संबंधित बैनर लगाने पर सवाल किया गया। पीड़िता के पिता ने कहा, “हमने उनसे कहा कि वे जो करना चाहें, करें।” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार प्रदर्शनकारियों को रोकने की पूरी तैयारी कर रही है।

घटना नौ अगस्त 2024 की सुबह घटी थी, जब पीड़िता का शव अस्पताल परिसर के एक सेमिनार हॉल में मिला था। मामले के एकमात्र दोषी और सिविक वॉलंटियर संजय राय को ट्रायल कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुना दी थी, लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी सीबीआई बड़ी साजिश की जांच पूरी नहीं कर सकी है।

पिछले वर्ष यह आंदोलन मुख्य रूप से राज्य प्रशासन और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ केंद्रित था, लेकिन इस बार इसका दायरा बढ़कर सीबीआई की कथित जांच विफलताओं पर भी सवाल उठाने तक पहुंच गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर