Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बरेली, 6 अगस्त (हि.स.) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बरेली आगमन से पहले बुधवार को शहर में सियासी पारा चढ़ गया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीएम का घेराव करने की तैयारी की, लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही सख्ती दिखाते हुए कई नेताओं को नजरबंद कर दिया, तो कुछ को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया।
कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला ने बताया कि वह अपने साथियों अविनाश चौबे, राज शर्मा, पारस शुक्ला, साहिब सिंह, नदीम अहमद और फिरोज खान के साथ सीएम को महंगाई, बेरोजगारी और स्कूल मर्जर जैसे मुद्दों पर ज्ञापन देने जा रहे थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें घर पर नजरबंद कर लिया और फिर सभी को थाना कैंट भेज दिया गया।
सपा नेता को सोशल मीडिया पोस्ट पर नजरबंदी
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी युवजन सभा के महासचिव रितेश यादव को उनके फेसबुक पोस्ट के चलते नजरबंद कर दिया गया। रितेश ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की बात सोशल मीडिया पर लिखी थी। पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए भोजीपुरा क्षेत्र से उन्हें कार्यक्रम से पहले ही नजरबंद कर दिया।
सोशल मीडिया पर खुफिया विभाग की पैनी नजर
सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए खुफिया एजेंसियां भी सोशल मीडिया पर पूरी तरह अलर्ट रहीं। किसी भी तरह की आपत्तिजनक पोस्ट या विरोध की सूचना मिलते ही पुलिस ने फौरन कार्रवाई की। रितेश यादव का मामला इसका ताजा उदाहरण है।
रास्ते बंद, जनता बेहाल
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के चलते शहर के कई प्रमुख रास्ते बंद कर दिए गए, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति ने पोस्ट करते हुए लिखा कि उसकी भतीजी गंभीर हालत में अस्पताल जा रही थी, लेकिन रास्ता बंद होने के चलते एंबुलेंस को भी निकलने नहीं दिया गया। पोस्ट में सवाल उठाया गया कि ऐसे हालात में जवाबदेही किसकी होगी?
सुरक्षा के नाम पर शहर जाम
मुख्यमंत्री की जनसभा और सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर शहर में जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई, जिससे कई घंटों तक ट्रैफिक जाम रहा। लोगों को अपने गंतव्यों तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा ।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार