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श्रीनगर, गुरेज़ 06 अगस्त (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरेज में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव का उद्घाटन किया। दो दिवसीय जनजातीय महोत्सव दर्द-शिना जनजातीय समुदाय की संस्कृति और परंपरा का जश्न मनाता है।
वर्चुअल माध्यम से उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने देश की सांस्कृतिक विविधता में जनजातीय समुदाय के अपार योगदान की सराहना की। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपराज्यपाल ने कहा “मैं दर्द-शिना जनजातीय समुदाय को भारत का सबसे अनमोल खजाना मानता हूँ जो लोगों को अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करता है। इसकी समृद्ध परंपराएँ हमारे लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश हैं। दर्द-शिना समुदाय के प्रकृति से गहरे जुड़ाव ने एक अनूठी संस्कृति और मूल्यों को आकार दिया है। वे मानवता को प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर एक स्थायी जीवन शैली जीने का एक शक्तिशाली सबक देते हैं।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमूल्य जनजातीय संस्कृति को संरक्षित किया जा रहा है और उनके प्राचीन गौरव और गरिमा को पुनर्स्थापित किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने हमेशा आदिवासी समुदाय को सशक्त बनाने और उनके जीवन में बदलाव लाने पर ध्यान केंद्रित किया है। आदिवासियों के खिलाफ दशकों से चला आ रहा अन्याय अगस्त 2019 में समाप्त हो गया। विभिन्न परिवर्तनकारी पहलों ने आदिवासी भाइयों और बहनों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाया है।
उन्होंने कहा कि गुरेज़ 1947 के बाद पहली बार 2023 में ग्रिड पावर से जुड़ा है। यह गुरेज़ और दर्द-शिना समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस अवसर पर उपराज्यपाल ने शिना गिलगित 88.8 एफएम रेडियो स्टेशन को दर्द-शिना आदिवासी समुदाय को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह सामुदायिक रेडियो स्टेशन युवा पीढ़ी को समुदाय के मूल्यों, ज्ञान और परंपराओं को संरक्षित और संजोने के लिए प्रेरित करेगा।
उपराज्यपाल ने सुझाव दिया कि नए रेडियो स्टेशन को एक समर्पित साप्ताहिक कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी समुदाय के समृद्ध इतिहास का प्रसारण करना चाहिए।
गुरेज़ को देश के सबसे पसंदीदा ऑफबीट पर्यटन स्थल के रूप में विकसित और स्थापित किया गया है। आज गुरेज़ देश के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है और अपने शांत परिदृश्यों और सुरम्य गाँवों के साथ इसे बाहरी गतिविधियों के शौकीनों के लिए एक स्वर्ग माना जाता है।
उपराज्यपाल ने कहा कि सामुदायिक रेडियो कार्यक्रमों में इसकी प्राकृतिक, कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित किया जाना चाहिए।
उपराज्यपाल ने दर्द-शिना समुदाय की अमूल्य सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना, जनजातीय मामलों के विभाग, जिला प्रशासन और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के समर्पण की सराहना की।
एक भारत श्रेष्ठ भारत के उत्सव में जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक प्रस्तुतियों की उपराज्यपाल ने विशेष सराहना की।
समाज और भारतीय सेना के प्रति उनकी सेवाओं के लिए जनजातीय समुदाय के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।
उद्घाटन समारोह में जनजातीय मामलों, जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्री जावेद अहमद राणा, गुरेज से विधान सभा सदस्य नजीर अहमद खान, कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी, जनजातीय मामलों के विभाग के सचिव प्रसन्ना रामास्वामी जी, बांदीपोरा के उपायुक्त मंजूर अहमद कादरी, सुरक्षा बलों, नागरिक एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में सभी क्षेत्रों के लोग शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह