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पश्चिम सिंहभूम, 6 अगस्त (हि.स.)। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा के तत्वावधान में छह अगस्त को पीएम श्री उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय, असुरा में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन पीएलवी हेमराज निषाद और पीएलवी जया कुमारी रवि ने किया।
शिविर में विद्यालय के छात्र-छात्राओं को कानूनी अधिकारों और सामाजिक सरोकारों की विस्तृत जानकारी दी गई। ताकि वे अपने हक और कर्तव्यों के प्रति जागरूक हो सकें। सबसे पहले डालसा (जिला विधिक सेवा प्राधिकार) की भूमिका, उद्देश्य और इससे मिलने वाले लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
बाल श्रम कानून के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों से काम कराना गैरकानूनी है और यह एक दंडनीय अपराध है। बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार प्राप्त है और बाल मजदूरी इसके खिलाफ एक बड़ी रुकावट है।
बाल विवाह पर जानकारी देते हुए बताया गया कि विवाह की न्यूनतम आयु लड़कियों के लिए 18 वर्ष और लड़कों के लिए 21 वर्ष निर्धारित है। बाल विवाह की सूचना देने के लिए पुलिस हेल्पलाइन 100 और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 जैसे नंबरों की जानकारी दी गई। वक्ताओं ने उदाहरण के माध्यम से समझाया कि जैसे फसल को समय पर काटा जाता है, वैसे ही विवाह का भी एक उपयुक्त समय होता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
किसी भी अनजान लिंक पर नहीं करें क्लिक
मौके पर कहा गया कि साइबर क्राइम से बचाव के लिए सुझाव दिए गए कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और ओटीपी या बैंक से जुड़ी जानकारी किसी से साझा न करें। साइबर अपराध का शिकार होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
शिविर के दौरान मिशन वात्सल्य के तहत मिलने वाली स्पॉन्सरशिप और फोस्टर केयर योजना की जानकारी भी दी गई। बताया गया कि जिन बच्चों के माता या पिता का निधन हो गया है, उन्हें चार हजार प्रतिमाह की सहायता शिक्षा के लिए मिल सकती है। शिविर के दौरान ऐसे बच्चों की पहचान भी की गई, जिन्हें इस योजना से जोड़ा जाएगा।
इसके अतिरिक्त, एम्बुलेंस सेवा 108 और अग्निशमन सेवा 101 जैसे आपातकालीन नंबरों की जानकारी भी छात्रों को दी गई। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सभी बच्चों को स्कूल आने और नियमित पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका सुमित्रा लगुरी, सहायक शिक्षक हरिद्वार सिंह, राजीव कुम्हार और अमित कुमार पात्र उपस्थित थे। शिविर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए और उन्होंने कानून संबंधी विषयों में गहरी रुचि दिखाई।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक