खाटू श्याम मंदिर के लिए रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की योजना : अश्विनी वैष्णव
खाटू श्याम मंदिर के लिए रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की योजना : अश्विनी वैष्णव


नई दिल्ली, 6 अगस्त (हि.स.)। रेल मंत्रालय ने राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेल कनेक्टिविटी में सुधार करने की योजना बनाई है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भाजपा सदस्य रामवीर सिंह बिधूड़ी के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि रींगस-खाटू श्याम मंदिर के लिए नया रेलवे लाइन प्रोजेक्ट स्वीकृत किया गया है, जिसकी लागत 254 करोड़ रुपये होगी। इसके लिए 2025-26 वित्त वर्ष में 43 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि खाटू श्याम मंदिर का नजदीकी रेलवे स्टेशन रींगस है। यह स्टेशन वर्तमान में दिल्ली से आठ जोड़ी मेल और एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं से जुड़ा हुआ है। इनमें से तीन जोड़ी रेल सेवाएं दैनिक रूप से संचालित होती हैं। रेल मंत्री के अनुसार, 2024-25 और 2025-26 (जून 2025 तक) के दौरान दिल्ली-रींगस क्षेत्र के बीच क्रमशः 4.98 लाख और 1.25 लाख आरक्षित यात्रियों ने यात्रा की। इन ट्रेनों की औसत सीटों की ऑक्यूपेंसी 100 प्रतिशत से भी अधिक रही है।

रेल मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के जवाब में बताया कि अलवर से नूह और फिरोजपुर झिरका होते हुए दिल्ली तक एक नया रेलवे मार्ग 2013-14 के बजट में स्वीकृत किया गया था, लेकिन इसे अब तक शुरू नहीं किया जा सका। इसकी वजह यात्री संख्या का अनुमानित स्तर कम होना बताया गया है। हालांकि, दिल्ली से अलवर तक रेल सेवा पहले ही रेवाड़ी मार्ग से उपलब्ध है।

रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में कोटा और जयपुर के बीच 29 जोड़ी ट्रेन सेवाएं चल रही हैं, साथ ही कोटा और रींगस के बीच तीन जोड़ी नियमित ट्रेन सेवाएं भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में तीन जोड़ी विशेष ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। नई ट्रेन सेवाओं का परिचालन भारतीय रेलवे की एक निरंतर प्रक्रिया है, जो यात्री संख्या, संचालन की क्षमता और संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर करती है।

-------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार