जालाैन जिले में ग्रामीणों ने कांवड़ यात्रा निकाल कर नून नदी का जताया आभार
कावंड यात्रा निकालते श्रद्धालु


जालौन, 6 अगस्त (हि.स.)। जल संरक्षण जन भागदारी अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की कोंच तहसील क्षेत्र के सतोह गांव के सैकड़ों ग्रामीण कांवड़ यात्रा के साथ नून नदी पर पहुंचे। बुधवार को सावन माह में नून नदी तट आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नून नदी की पूजा अर्चना की और नदी से जल लेकर अपने गांव में स्थित प्राचीन शिवलिंग का जलाभिषेक किया।

दरअसल, जालौन के कोंच तहसील क्षेत्र के गांव सतोह के ग्रामीणों ने आपसी तालमेल और मेहनत के जरिये लगभग विलुप्त हो चुकी नून नदी को दोबारा अस्तित्व में ला दिया है। ग्राम प्रधान हरीकिशोर पटेल की अगुवाई में ग्रामीणों ने श्रमदान कर एक बार फिर नदी को पुर्नजीवित कर दिया। जो पूरे प्रदेश में जनभागीदारी का एक बड़ा उदाहरण है। इसकी तारीफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कर चुके हैं। यह नदी हर साल बारिश में गांव में तबाही मचाती थी, लेकिन इस वर्ष नदी से ग्रामीणों का काेई नुकसान नही हुआ है। इसके लिए ग्रामीणाें ने नदी का धन्यवाद भी किया। गांव के ग्रामीणों ने नदी को धन्यवाद कहने के लिए गांव से कांवड़ यात्रा निकाली और डीजे की धुन पर थिरकते हुए नून नदी के तट पर पहुंचे। नदी की पूजा अर्चना कर ग्रामीणाें ने नदी से कांवड़ भरी और उस जल को अपने गांव के प्राचीन शिवलिंग पर चढ़ाया। कांवड़ यात्रा और नदी की पूजा अर्चना को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष बारिश के मौसम में उनके खेत भर जाते थे, गांव में भी पानी आ जाता था, लेकिन नदी के पुनरोद्धार से अब इस समस्या से उन्हें निजात मिली है। जिसको लेकर उन्होंने सावन माह में कांवड़ यात्रा निकाली है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा