कृषि विशेषज्ञ किसानों तक पंहुचाएं फसलों के कीटों से बचाव की जानकारियां : प्रो. चन्द्र कुमार
बैठक के दौरान उपस्थित कृषि मंत्री चंद्र कुमार।


धर्मशाला, 06 अगस्त (हि.स.)। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने बुधवार को धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती, फाल आर्मी वर्म के प्रदेश में फैलाव और फसलों मेें स्टंट रोग के विषय में अधिकारियों और कृषि विशेषज्ञों के साथ समीक्षा बैठक की।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में समाज के समस्त वर्गों एवं किसानों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं।

इस अवसर पर कृषि मंत्री ने अधिकारियों और कृषि विशेषज्ञों को कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा कृषि उत्पादन को बढ़ाने एवं कीटों से बचाव की जानकारी किसानों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने भांग की खेती के बारे में उपस्थित अधिकारियों के साथ विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि भांग की खेती पर एक पायलट अध्ययन को मंजूरी दी गई है। यह अध्ययन भांग की खेती के विषय में भविष्य की रूपरेखा का मूल्यांकन और सिफारिश करेगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में भांग की खेती को कानूनी तौर पर आरंभ करने को लेकर नियम निर्धारित किए जा रहे हैं। इन नियमों पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा कर मंजूरी देना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि भांग के पौधों को दवाओं के अलावा इससे प्राप्त होने वाले फाइबर को कपड़ा उद्योग और हस्तशिल्प उत्पादों में भी उपयोग में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 24 रोगों के उपचार में भांग के पौधों से मिलने वाले रसायन सहायक हैं।

उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ, किसानों को फसलों में जैविक विधि से कीट प्रबंधन की जानकारी प्रदान करें, जिससे किसान विवेक पूर्ण तरीके से हानिकारक कीटों का नियंत्रण कर सकें ताकि पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को कीटनाशकों से नुकसान न हो। कृषि मंत्री ने विशेषज्ञों से पारम्परिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक करने का आह्वान किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया