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जम्मू, 6 अगस्त (हि.स.)। गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन (जीसीओई), जम्मू में भारत की 79वीं स्वतंत्रता दिवस और विकसित भारत 2047 की संकल्पना के उपलक्ष्य में एक प्रेरणादायक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त मेजर जनरल एस.के. शर्मा ने शिरकत की, जो एक वीर सैनिक होने के साथ-साथ प्रतिष्ठित शिक्षाविद् भी हैं। उन्होंने आईटीईपी के दूसरे बैच के छात्रों को संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत देशभक्ति से ओत-प्रोत प्रार्थना और मुख्य अतिथि को पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुई। प्राचार्या डॉ. ज्योति परिहार ने अपने स्वागत भाषण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की महत्ता और आईटीईपी के माध्यम से भावी शिक्षकों को भविष्य के लिए तैयार करने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
अपने मुख्य व्याख्यान में मेजर जनरल (से.नि.) एस.के. शर्मा ने “एम्पॉवरिंग टीचर्स एन्ड डेवलपिंग लीडरशिप स्किल्स फॉर ए बेटर फ्यूचर विषय पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि युवा शिक्षक प्रशिक्षुओं को ईमानदारी, नवाचार और राष्ट्र निर्माण के पथ-प्रदर्शक बनना चाहिए। जम्मू के इस गौरवशाली सपूत ने अनुशासन, चरित्र निर्माण, तकनीकी जागरूकता और सेवा भावना को शिक्षक बनने की मूलभूत शर्तें बताया। उन्होंने डोगरी भाषा, कला और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन की भी आवश्यकता पर बल दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा