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भागलपुर, 6 अगस्त (हि.स.)। पीस सेंटर परिधि द्वारा कला केंद्र भागलपुर में हिरोशिमा दिवस के अवसर पर बुधवार को संवाद का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ चित्रकार विजय कुमार साह ने कहा कि हिरोशिमा पूरी दुनिया के लिए सीख है। साम्राज्यवादी विचार ने मानवता को कुचला और महाविनाश किया। मानव की भूख हमेशा प्रकृति के खिलाफ रहती है। आज साम्राज्यवादी विचार अलग तरीके से पूरी दुनिया में अपना वर्चस्व कायम कर रहा है। वर्चस्व संवाद के कारण ही आज एक और रूस यूक्रेन तो दूसरी ओर इसराइल और फिलीस्तीन के बीच युद्ध हो रहा है। सत्ता के इस युद्ध में आम लोगों की जान जाती हैं। शांति ही एकमात्र रास्ता है। जिस पर चलकर यह धरती सुरक्षित रह सकती है।
संचालन करते हुए राहुल ने कहा कि हम हिरोशिमा को इसलिए याद करते हैं कि हमें अपने द्वारा बनाए गए विध्वंस की ताकतों का भान रहे। एक छोटे से परमाणु बम ने जब इतनी तबाही की कि तत्काल एक शहर और उसके बाद लाखों की आबादी परमाणु विकिरण की विभीषिका से वर्षों तक जूझती रही। अगले कई दशकों तक परमाणु विकिरण के कारण आने वाली पीढ़ी विकलांग पैदा होते रहे।
मृदुल सिंह ने अपनी कविता के माध्यम से कहा कि आज पूरी दुनिया हजारों परमाणु और हाइड्रोजन बम की ढेर पर खड़ी है। हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि अगर कभी परमाणु युद्ध हुए तो दुनिया का क्या होगा। सच तो यह है कि ये युद्ध के हथियार नहीं बल्कि मानव सभ्यता के विनाश के हथियार हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर