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चेन्नई, 6 अगस्त (हि.स.)। तमिलनाडु की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के तहत, बुधवार को अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) के पूर्व विधायक वी.आर. कार्तिक थोंडैमन ने अपनी पार्टी छोड़कर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) में शामिल हो गए। उन्होंने डीएमके मुख्यालय, अन्ना अरिवालयम में मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की उपस्थिति में पार्टी का दामन थामा।
राज्य के सत्तारूढ़ दल में शामिल होने का बाद कार्तिक थोंडैमन ने अन्नाद्रमुक की कार्यशैली और दिशा पर असंतोष जताते हुए कहा कि वह पार्टी सही रास्ते पर नहीं है। उन्होंने अन्नाद्रमुक की धार्मिक प्रचार को बढ़ावा देने की नीति की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक अब सही दिशा में नहीं चल रही है। मुझे पार्टी की कार्यप्रणाली और उसके धार्मिक प्रचार को बढ़ावा देने के तरीके से मतभेद हैं। डीएमके में उनके प्रवेश को पुदुक्कोट्टई क्षेत्र में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक हैंडल पर जारी सूचना के अनुसार, डीएमके में कार्तिक थोंडैमन का स्वागत मुख्यमंत्री स्टालिन के साथ-साथ पार्टी के प्रमुख नेताओं, जैसे पार्टी के प्रमुख सचिव के.एन. नेहरू, संगठन सचिव आर.एस. भारती, मंत्री एस. रघुपति और प्रवक्ता टी.के.एस. इलांगोवन की उपस्थिति में हुआ।
पुदुक्कोट्टई क्षेत्र के प्रमुख नेता और पुदुक्कोट्टई राजपरिवार के सदस्य कार्तिक थोंडैमन का अन्नाद्रमुक से डीएमके में जाना तमिलनाडु की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है। इससे पहले भी कई नेता अन्नाद्रमुक और अन्य दलों से डीएमके में शामिल हो चुके हैं, जो सत्तारूढ़ पार्टी की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
कार्तिक थोंडैमन की ओर से उठाया गया यह कदम डीएमके के लिए एक रणनीतिक जीत माना जा रहा है, क्योंकि कार्तिक थोंडैमन का पुदुक्कोट्टई में काफी प्रभाव है। इससे पहले, स्टालिन ने मरुमलार्ची द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) के नेता वैको से मुलाकात कर भारतीय जनता पार्टी और अन्नाद्रमुक के खिलाफ गठबंधन की मजबूती का आश्वासन दिया था।
डीएमके प्रवक्ता टी.के.एस. इलांगोवन ने अन्नाद्रमुक के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपनी और अपने परिवार की स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए भाजपा के इशारों पर काम कर रहे हैं। इस बीच, वैको ने भी कहा कि तमिलनाडु में हिंदुत्व ताकतों को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा और डीएमके 2026 में पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ आर बी चौधरी