आफरी जैसे संस्थानों और जनसहभागिता के प्रयासों से मरुस्थल पारिस्थितिकी संरक्षण संभव
jodhpur


आफरी में भारतीय वन सेवा अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ

जोधपुर, 6 अगस्त (हि.स.)। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से भावाअशिप.-शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (आफरी), जोधपुर में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित भारतीय वन सेवा अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला ‘इंटीग्रेटेड एप्रोच फॉर सस्टेनएबल डेवलपमेंट ऑफ़ फ्रजाइल डेजर्ट इकोसिस्टम विषय पर आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि विधायक अतुल भंसाली ने पौधारोपण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

मुख्य अतिथि भंसाली ने अपने उद्बोधन मे कहा कि पर्यावरण व प्रदूषण के क्षेत्र में आफरी जैसे संस्थानों एवं जनसहभागिता के संयुक्त प्रयासों से मरुस्थल पारिस्थितिकी संरक्षण संभव है। उन्होंने आशा जताई कि इस कार्यशाला में होने वाले मंथन से प्राप्त जानकारी से वानिकी एवं आमजन लाभान्वित होंगे।

संस्थान के निदेशक डॉ. तरुण कान्त ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि इस कार्यशाला में हिस्सा लेने वाले अनुभवी वन सेवा के अधिकारियों के साथ विचार-मंथन से जो नवीन जानकारियां प्राप्त होंगी, वे पारिस्थितिक चुनौतियों के निदान के लिए महत्त्वपूर्ण साबित होगी। विशिष्ट अतिथि स्मिता बिज्जेर, पीसीसीएफ, कर्नाटक ने भू प्रबंधन एवं वन प्रबंधन पर विकसित एप्लीकेशन एवं उनके उपयोग की जानकारी साझा की।

विशिष्ट अतिथि वी जार्ज जैनर डीडीजी फारेस्ट ने विभिन्न पारिस्थितकीय तंत्रों को के जानकारी देते हुए मरुस्थलीय पारिस्थितिकीय तंत्र पर होने वाली इस कार्यशाला को ज्ञानोपयोगी बताया।

इस प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. शिवानी भटनागर ने कार्यशाला एवं पाठ्यक्रम का विस्तृत परिचय दिया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने आफरी दर्पण त्रैमासिक पत्रिका एवं पाठ्यक्रम सामग्री का विमोचन किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देशभर से भारतीय वन सेवा के अधिकारी भाग ले रहें हैं।

उद्घाटन सत्र का मंच संचालन मीता सिंह तोमर, तकनीकी सहायक एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संगीता सिंह, समूह समन्वयक (शोध) ने किया। कार्यक्रम में आफरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक, अधिकारी एवं अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। तकनीकी सत्र में विषय विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को व्याख्यान दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश