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कृषि मंत्री ने की विभागीय समीक्षा बैठक
लखनऊ, 06 अगस्त (हि.स.)। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को कृषि भवन के सभागार में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक की। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों के हित में स्वीकृत बजट को समय पर किसानों के हित में खर्च कर लिया जाना और बीज तथा संबंधित कृषि यंत्र भी किसानों को समय से मिल सकें यह विभाग के योजनाधिकारियों का मुख्य दायित्व है, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
सूर्य प्रताश शाही ने उर्वरक की आपूर्ति, भण्डारण तथा वितरण की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक खाद विक्रय केन्द्र स्तर पर इसकी निरन्तर गहन निगरानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसानों को खतौनी में उनके नाम दर्ज भूमि के सापेक्ष ही उर्वरक दिया जाय, जिससे जमाखोरी व कालाबाजारी पर लगाम लगायी जा सके। विभाग द्वारा खाद की निरन्तर आपूर्ति किये जाने के कारण ही वर्तमान अवधि में गत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष 484035 मी0टन खाद की अधिक बिक्री की गई है। गत वर्ष यह बिक्री 2157439 थी, जबकि इस वर्ष 2641474 है। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे रासायनिक उर्वरकों का उतना ही प्रयोग करें, जिससे मिट्टी की उर्वरता तथा उसका स्वास्थ्य भी बचाया जा सके।
इस वित्तीय वर्ष के बजट की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि व्यय में और गति लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अभी तक लगभग 20 प्रतिशत बजट खर्च किया गया है। जिन योजनाधिकारियों द्वारा बजट व्यय करने में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया गया है उन अधिकारियों को अपने कार्य में गति लाने के लिए सख्त हिदायत दी गई। उन्होंने अधिकारियों की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए ब्रेन स्टॉर्मिंग कार्यशाला आयोजित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र, सचिव कृषि इन्द्र विक्रम सिंह, विशेष सचिव टी.के. शिबू तथा ओ.पी. वर्मा, निदेशक कृषि डॉ. पंकज कुमार त्रिपाठी एवं निदेशक सांख्यकीय सुमिता सिंह सहित अन्य विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन