Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जगदलपुर, 6 अगस्त (हि.स.)। बस्तर प्रवास पर जगदलपुर पंहुचे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से कांग्रेस कार्यकर्ता एक दिन पहले मिलकर बस्तर में स्वास्थ्य सुविधा की बदहाल स्थिति काे लेकर ज्ञापन देना चाह रहे थे । लेकिन प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया। इसी के विरोध में आज बुधवार काे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री के काफिले को रोकने, शव यात्रा निकालने, पुतला दहन और विरोध प्रदर्शन की तैयारी थी। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कांग्रेस भवन से बाहर निकलने ही नहीं दिया गया। जिस पर कांग्रेसियों और पुलिस जवानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। वहीं मंत्री का काफिला गुजरने के बाद में कार्यकर्ता बाहर निकले और जमकर नारेबाजी करते हुए स्वास्थ्य मंत्री का पुतला भी दहन कर दिया।
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष विशाल खंबारी ने कहा कि, हमारा प्रयास था कि स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर हम उन्हें स्वास्थ्य सुविधा की जमीनी हकीकत बताएं। उन्हें बताएं कि बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं का क्या हाल है? लेकिन प्रशासन ने मिलने नहीं दिया। इसी का विरोध किया गया है। उन्हाेने बताया कि कांग्रेस की मांग हे कि 1. डिमरापाल में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया है। इसे अब जल्द से जल्द शुरू किया जाए, 2. सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में हार्ट, लीवर से जुड़ी बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर्स, न्यूरो सर्जन की भर्ती की जाए, 3. बस्तर के सभी अस्पतालों में एमबीबीएस डॉक्टर्स की भर्ती की जाए,4. शहर से लेकर गांव तक के अस्पतालों की स्थिति काफी जर्जर है। इसे सुधारा जाए, 5. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी जेनेरिक दवा उपलब्ध करवाई जाए। जिससे लोगों को फायदा हो, 6. जिले के सभी अस्पतालों में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध करवाएं और टेक्नीशियन की भर्ती करें, 7. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 से ज्यादा स्टाफ नर्स की भर्ती हो, 8. ड्रेसर, वार्डबॉय जैसे पदों पर भी स्थानीय लोगों की भर्ती हो।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष अजय बिसाई ने कहा कि, बस्तर में गांव से लेकर शहर तक स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है, लोग परेशान हैं। मजबूरी ऐसी की लोग इलाज के लिए दूसरे राज्य और शहर जा रहे हैं। बस्तर में स्वास्थ्य सुविधा की बदहाल स्थिति काे लेकर स्वास्थ्य मंत्री काे ज्ञापन देना चाह रहे थे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया गया, जिसके विराेध में पुतला दहन और विरोध प्रदर्शन किया गया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे