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-नगर विकास विभाग ने जारी किया चार पन्नों का आदेश
पूर्वी चंपारण,06 अगस्त (हि.स.)। जिले में रक्सौल नगर परिषद की मुख्य पार्षद धुरपति देवी को नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार ने गंभीर प्रशासनिक अनियमितताओं के आरोप में तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त कर दिया है।
विभाग ने इस आशय का चार पन्नों का विस्तृत आदेश पत्र जारी किया है, जिसमें उनके खिलाफ लगे आरोपों का स्पष्ट विवरण दिया गया है। आदेश के अनुसार, मुख्य पार्षद धुरपति देवी पर नगर परिषद में समूह ‘ग’ और ‘घ’ के पदों पर अवैध रूप से नियुक्तियाँ करने, बोर्ड की संपुष्टि के बिना करीब 7 से 8 करोड़ रुपये की अनियमित खरीदारी करने तथा बीते आठ महीनों में नगर परिषद बोर्ड की एक भी बैठक नहीं बुलाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। साथ ही यह भी आरोप है कि अधिकांश कार्यों को सशक्त स्थायी समिति के माध्यम से ही संचालित किया जा रहा था जिससे बोर्ड की भूमिका नगण्य हो गई थी।
सबसे बड़ा आरोप यह है कि उन्होंने अपने एक रिश्तेदार को बिना किसी सार्वजनिक विज्ञापन या बहाली प्रक्रिया के सहायक पद पर नियुक्त कर दिया। इस संबंध में रक्सौल नगर परिषद की उप मुख्य पार्षद पुष्पा देवी ने विभाग को लिखित शिकायत भेजी थी। इसके बाद, पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर रक्सौल के एसडीएम ने सभी आरोपों की जांच कर रिपोर्ट विभाग को सौंपी जिसके आधार पर यह निर्णय लिया गया है।
मुख्य पार्षद को पद से मुक्त किए जाने की खबर फैलते ही रक्सौल नगर क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और इसको लेकर चर्चाओ बाजार गर्म है। स्थानीय नागरिकों और पार्षदों में इस कार्रवाई को लेकर विभिन्न तरह की प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा इस मामले में अन्य अग्रतर कार्रवाई किये जाने के भी संकेत मिल रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार