अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. साक्षी सिंह ने हाइब्रिड करियर और वैज्ञानिक सोच पर दिया जोर
जीनोम फाउंडेशन के बच्चों के साथ डॉ साक्षी सिंह


जौनपुर, 06 अगस्त (हि.स.)। सिरकारा क्षेत्र के कलवारी में स्थित डॉ. लालजी सिंह सेंटर का अवलोकन करने बुधवार को पहुंचीं येल विश्वविद्यालय, अमेरिका की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. साक्षी सिंह ने सेंटर की प्रशंसा करते हुए इसे पूर्वांचल का एकमात्र जीनोमिक सेंटर बताया। उन्होंने इसे और विकसित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।

डॉ. साक्षी ने अपनी शैक्षिक यात्रा साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे एक साधारण परिवार की लड़की बनारस से भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर और सीसीएमबी हैदराबाद पहुंची। उन्होंने डॉ. लालजी सिंह के मार्गदर्शन में पीएचडी पूरी की और नीदरलैंड से पोस्ट डॉक्टरेट करने के बाद अमेरिका में शोध कार्य कर रही हैं।

राहुल महाविद्यालय के छात्रों को करियर सलाह देते हुए उन्होंने हाइब्रिड करियर को प्राथमिकता देने की बात कही, जिसमें उद्योग और शैक्षणिक क्षेत्रों को एक साथ जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसी सम्भावनाएं यूरोप और अमेरिका से कहीं अधिक हैं। क्योंकि यह मॉडल वास्तविक दुनिया की समस्याओं का समाधान करेगा। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के युग में सूचनाओं की बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा, “अब चुनौती यह नहीं है कि सूचना उपलब्ध नहीं है, बल्कि यह है कि उसमें से क्या चुनना और क्या छोड़ना है। इसके लिए वैज्ञानिक सोच विकसित करना अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर बीएचयू के जीन वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने डॉ. लालजी सिंह के भारतीय विज्ञान में योगदान को याद किया। सेंटर के निदेशक डॉ. आशीष सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव