Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
मीरजापुर, 19 जुलाई (हि.स.)। ड्रमंडगंज क्षेत्र के ऊंटी गांव स्थित हरिजन बस्ती पहाड़ी प्राथमिक विद्यालय के कंपोजिट विद्यालय ऊंटी में विलय किए जाने के फैसले के खिलाफ शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज़ अभिभावक बच्चों को साथ लेकर विद्यालय के बाहर जुटे और जमकर विरोध -प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि यह फैसला न सिर्फ अनुचित है, बल्कि बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा से भी खिलवाड़ है।
प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों बैरागी, शांति देवी, दुर्गावती देवी, रीना देवी, सावित्री, रामेश्वर, शीला, राज नारायण मौर्य आदि ने बताया कि 14 जुलाई से प्राथमिक विद्यालय को बंद कर दिया गया है और सभी बच्चों को ढाई किलोमीटर दूर कंपोजिट विद्यालय ऊंटी भेजा जा रहा है। लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए कोई पक्का रास्ता नहीं है। बच्चों को कीचड़ भरे खेतों और बहते नाले को पार कर जाना पड़ता है, जो छोटे बच्चों के लिए बेहद खतरनाक और कष्टप्रद है।
अभिभावकों की मांग है कि बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए बंद स्कूल को पुनः खोला जाए और विद्यालय के विलय को तुरंत स्थगित किया जाए।
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक उदयभान सिंह ने बताया कि विद्यालय में वर्तमान में 24 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं और 14 जुलाई को इसे कंपोजिट विद्यालय ऊंटी में विलय कर दिया गया है।
वहीं, ग्राम प्रधान मारकण्डेय प्रसाद मौर्य ने भी अभिभावकों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि कंपोजिट विद्यालय की दूरी और रास्ते की दुर्दशा के कारण बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों से विद्यालय के विलय को रोकने और बच्चों के लिए स्थानीय विद्यालय को फिर से खोलने की मांग की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा